नई दिल्ली। भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन का ट्रायल 22 अगस्त से शुरू होगा। देशभर में 20 केंद्रों में वैक्सीन का ट्रायल होगा। इनमें मुम्बई, पुणे, अहमदाबाद शामिल हैं। ट्रायल में 1600 लोग शामिल होंगे। पहले दिन करीब 100 लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रा जेनेका की वैक्सीन का ट्रायल देश का सीरम इंस्टीट्यूट करा रहा है। भारत में यह वैक्सीन कोविशील्ड के नाम से लॉन्च होगी। सीरम इंस्टीट्यूट के प्रवक्ता के मुताबिक, देशभर में 20 संस्थानों में वैक्सीन का ट्रायल चलेगा, इनमें कोविड-19 के 5 हॉटस्पॉट भी शामिल किए जाएंगे।
बड़े स्तर पर होगा ट्रायल
नेशनल बायोफार्मा मिशन एंड ग्रैंड चैलेंज इंडिया प्रोग्राम के तहत सरकार और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के बीच एक करार हुआ है। इस प्रोग्राम के तहत ही वैक्सीन का बड़े स्तर पर ट्रायल होगा। इसके लिए कई इंस्टीट्यूट सिलेक्ट किए जा चुुकेे हैं।
इनमें हरियाणा के पलवल का INCLEN, पुणे का KEM हॉस्पिटल, हैदराबाद का सोसायटी फॉर हेल्थ एलायड रिसर्च एंड एजुकेशन, चेन्नई का नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी और वेल्लोर का क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।
इसके अलावा एम्स दिल्ली-जोधपुर, पुणे का बीजे मेडिकल कॉलेज, पटना का राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, मैसूर का जेएसएस एकेडमी और हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, गोरखपुर का नेहरू हॉस्पिटल, विशाखापट्टनम का आंध्र मेडिकल कॉलेज और चंडीगढ़ का पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च भी इस सूची में शामिल हैं।
वैक्सीन की 50 फीसदी डोज भारत के लिए होंगी
कंपनी के सीईओ अडार पूनावाला का कहना है कि अगर ट्रायल सफल होता है तो 2021 की पहली तिमाही तक वैक्सीन के 30 से 40 करोड़ डोज तैयार किए जा सकेंगे। वैक्सीन इस साल के अंत तक आ सकती है। वैक्सीन के एक डोज की कीमत 1 हजार रुपए या इससे कम हो सकती है।
इस वैक्सीन की सप्लाई भारत समेत 60 दूसरे देशों में होगी। कंपनी द्वारा बनाई जाने वाली वैक्सीन 50 फीसदी भारत के लिए होगी।
225 रुपए में लगेगा कोरोना का टीका
देश में ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन तैयार करने वाले सीरम इंस्टीट्यूट की ओर से एक खबर आई थी। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और वैक्सीन अलायंस संस्था गावी के साथ एक करार किया है। इस करार के तहत भारत और निम्न आय वाले 92 देशों को मात्र 3 डॉलर यानी 225 रुपए में वैक्सीन मिल सकेगी।
गेट्स फाउंडेशन वैक्सीन के लिए गावी को फंड उपलब्ध कराएगा, जिसका इस्तेमाल सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन तैयार करने और वितरित करने में करेगा। वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल पूरे होते ही इसके उपलब्ध होने की सम्भावना है। सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला के मुताबिक, वैक्सीन इस साल के अंत तक उपलब्ध हो सकती है।
30 लाख डोज तैयार किए गए
पूनावाला के मुताबिक, सबकुछ योजना के मुताबिक होता है तो तीसरे चरण के ट्रायल में दो महीने लगेंगे इसके बाद नवंबर तक अंतिम अनुमति मिल सकती है। अभी जो हालात हैं उसके मुताबिक, इसे अगले साल पहली या दूसरी तिमाही में लोगों तक पहुंचाया जा सकता है। कंपनी ने वैक्सीन के 30 लाख डोज तैयार कर लिए हैं। इसका निर्माण मशीनरी क्षमता और सटीक परिणाम समझने के लिए किया गया है।