नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को आईएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भाजपा और आरएसएस को जहरिला सांप कहने, उद्धव ठाकरे द्वारा भाजपा पर नफरत फैलाने और रेवंत रेड्डी के मुस्लिम आरक्षण वाले बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे बहुत ही सीनियर और बुजुर्ग नेता हैं। इस उम्र की वजह से वो पॉलिटिकल पंगे के पर्यायवाची बन गए हैं। इसलिए बहके-बहके, बेसुरे और बेबुनियाद बयान दे रहे हैं। उनको अपने बंजर जमीन पर जुताई करनी चाहिए, लेकिन वो जुताई के बजाय कटाई पर लगे हुए हैं।
शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे द्वारा भाजपा पर समाज में नफरत फैलाने के आरोप पर मुख्तार अब्बास नकवी ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर पीएम नरेंद्र मोदी एक रहने और समाज को एक करने और सीएम योगी बटेंगे तो कटेंगे की बात कर रहे हैं, तो ये बात इस देश और पूरी दुनिया की हकीकत है। इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा कि अगर महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनेगी तो मुस्लिम आरक्षण पर चर्चा होगी। इस भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के छल से सामाजिक सशक्तिकरण के बल को अपहरण करने वाली एक पार्टी है। जब कांग्रेस को लगता है कि उसके पास कुछ नहीं है, तो वो सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने लगती है। लेकिन, उनको समझना चाहिए कि आज लोगों का मिजाज बदल चुका है।
भाजपा नेता ने आगे कहा कि कांग्रेस एक हाथ में संविधान और दूसरे हाथ से उसपर हमला करती है। कांग्रेस का ये पुराना तरीका है। पार्टी हमेशा समाज में बिखराव और टकराव पैदा करने के लिए और समाज को तोड़ने के लिए शगूफे छोड़ती रहती है। लेकिन, उनको समझना चाहिए कि अगर वो सिर के बल उल्टे भी खड़े हो जाएं, तब भी धार्मिक आधार पर आरक्षण इस देश में कोई स्वीकार्य नहीं करेगा।
‘द साबरमती रिपोर्ट’ मूवी पर पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा कि जो सच्चाई है, उसको छिपाया गया है। इस पर भाजपा नेता ने कहा कि गोधरा में जो साबरमती की घटना हुई थी, वो बहुत ही संवेदनशील थी और इंसानियत को हिला देने वाली थी। उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ मैं खुद वहां पर गया था। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने इस संवेदनशील घटना को सांप्रदायिक स्वरूप देकर पूरी दुनिया में भारत को बदनाम करने की साजिश रची, अब उसका एक के बाद एक खुलासा हो रहा है।
–आईएनएस