नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कोरोना के सबसे ज्यादा मामले वाले दस राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक की। उन्होंने इन राज्यों में कोरोना से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा की। बैठक में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, बिहार, गुजरात, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्री शामिल हुए। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में एक्टिव मामलों का प्रतिशत कम हुआ है और रिकवरी रेट बढ़ा है। इसका मतलब है कि केन्द्र के प्रयास कारगर साबित हो रहे हैं। सबसे अहम बात है कि देश के लोगों के बीच एक भरोसा बढ़ा है, आत्मविश्वास बढ़ा है और कोरेाना को लेकर डर कम हुआ है।
उन्होंने कहा कि कोरोना से हुई मौत का प्रतिशत कम हुआ है और संतोष की बात है कि यह लगातार कम हो रहा है। अगर इन दस राज्यों ने कोरोना को हरा दिया तो देश कोरोना के खिलाफ इस जंग को जीत जाएगा। पीएम ने कहा कि देश में कोरोना की जांच की संख्या बढ़कर हर दिन 7 लाख तक पहुंच गई है और लगातार बढ़ भी रही है। अस्पताल में बेहतर प्रबंधन, आईसीयू बेड्स की संख्या बढ़ाने जैसे प्रयासों ने कोरोना को नियंत्रित करने में बहुत मदद की है। जिन राज्यों मे टेस्टिंग दर कम है और जहां पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है, वहां टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत सामने आई है। खासतौर पर बिहार, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना। यहां टेस्टिंग बढ़ाने पर खास बल देने की बात इस समीक्षा में उभरकर सामने आई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर हम शुरुआत के 72 घंटों में ही केस की पहचान कर लें, तो ये संक्रमण काफी हद तक धीमा हो जाता है। उन्होंने कहा कि आज टेस्टिंग नेटवर्क के अलावा आरोग्य सेतु ऐप भी हमारे पास है। आरोग्य सेतु की मदद से हम यह काम आसानी से कर सकते हैं। इन राज्यों में जमीनी हकीकत की निरंतर निगरानी करके जो नतीजे पाए गए, सफलता का रास्ता उसी से बन रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यों के अनुभव की ताकत से देश यह लड़ाई पूरी तरह से जीतेगा और एक नई शुररुआत होगी।