नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने एम एस धोनी को लेकर अहम बात कही है। गौतम गंभीर ने कहा है कि अगर धोनी कप्तान ना बनते और नंबर 3 पर ही लगातार बल्लेबाजी करते तो वो दुनिया के सबसे बेहतरीन क्रिकेटर होते।
स्टार स्पोर्ट्स के क्रिकेट कनेक्टेड शो में गौतम गंभीर ने कहा कि शायद वर्ल्ड क्रिकेट ने एक चीज मिस कर दी है। वो ये है कि एम एस धोनी ने कप्तानी की लेकिन नंबर 3 पर बल्लेबाजी नहीं की। अगर धोनी नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते तो वो एक अलग तरह के प्लेयर होते।
गंभीर ने कहा कि भले ही एम एस धोनी ने अपने करियर में काफी ज्यादा रन बनाए हों, कई सारे रिकॉर्ड्स तोड़े हों लेकिन रिकॉर्ड्स को आप भूल जाइए, वो टूटने के लिए ही बनते हैं। अगर एम एस धोनी ने कप्तानी नहीं की होती और नंबर 3 पर लगातार बल्लेबाजी की होती तो वो वर्ल्ड क्रिकेट के एक्साइटिंग क्रिकेटर होते। गंभीर ने कहा कि अगर ऐसा होता तो धोनी कई सारे रिकॉर्ड अपने नाम करते।
आपको बता दें कि एम एस धोनी ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत साल 2004 में की थी। उनके करियर की दो सबसे बेहतरीन पारियां नंबर 3 पर खेलते हुए ही आई हैं। 2005 में जब पाकिस्तान की टीम भारत दौरे पर आई थी, तब विशाखापट्टनम वनडे में एम एस धोनी ने जबरदस्त शतक लगाया था और तब से वर्ल्ड क्रिकेट में उनका नाम हो गया था। इसके बाद 2005 में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 183 रनों की जबरदस्त पारी खेली थी। ये उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ वनडे पारी है।
हालांकि धोनी ने टॉप ऑर्डर में केवल 16 वनडे मैच खेले और 82 की शानदार औसत और करीब 100 की स्ट्राइक रेट से 993 रन बनाए। उनके वनडे क्रिकेट में 10,773 रन हैं लेकिन इनमें से ज्यादातर रन उन्होंने नंबर 5 और 6 पर बल्लेबाजी करते हुए बनाए हैं। एम एस धोनी की कप्तानी में भारत ने दो बार वर्ल्ड कप का खिताब भी अपने नाम किया था। 2007 में भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप अपने नाम किया था।