नई दिल्ली। एम एस धोनी ने 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल से ही कोई मैच नहीं खेला है। उन्होंने सेलेक्शन के लिए अपने आपको उपलब्ध भी नहीं रखा और ना ही संन्यास लिया। हालांकि इस बीच उनके संन्यास की खबरें आती रहीं लेकिन वो सब अफवाह थीं और उनकी पत्नी ने उसका खंडन किया।
एम एस धोनी को क्या भारतीय टीम की ट्रेनिंग कैंप का हिस्सा होना चाहिए या नहीं इस पर कई पूर्व क्रिकेटरों ने अपनी राय रखी है। खबरों के मुताबिक बीसीसीआई भारतीय खिलाड़ियों के लिए अगले महीने से एक 6 हफ्ते का ट्रेनिंग कैंप लगाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई में ये ट्रेनिंग कैंप लग सकता है लेकिन अब सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या एम एस धोनी को इस कैंप का हिस्सा होना चाहिए। इस पर कई पूर्व दिग्गजों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा कि मुझे नहीं पता कि टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन हो रहा है या नहीं। अगर टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन हो रहा है और उससे पहले आप ट्रेनिंग कैंप लगाना चाहते हैं तो फिर निश्चित तौर पर धोनी उसका हिस्सा होने चाहिए। लेकिन अगर द्विपक्षीय सीरीज के लिए आप कैंप लगाना चाहते हैं तो फिर आपके पास के एल राहुल, संजू सैमसन और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों का विकल्प है।
पूर्व दिग्गज गेंदबाज आशीष नेहरा ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी और कहा कि धोनी इस कैंप का हिस्सा जरुर होने चाहिए। नेहरा ने कहा कि अगर मैं राष्ट्रीय चयनकर्ता होता तो फिर निश्चित तौर पर धोनी मेरी टीम में होते। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या वो खेलना चाहते हैं या नहीं।
वहीं हरभजन सिंह ने इन दोनों खिलाड़ियों से इतर अपनी एक अलग राय रखी। हरभजन ने युवा खिलाड़ियों को मौका देने की बात कही। उन्होंने कहा कि मैं सूर्यकुमार यादव, अंडर-19 के प्रमुख स्पिन गेंदबाज रवि बिश्नोई और यशस्वी जायसवाल को कैंप में देखना चाहता हूं। हरभजन ने कहा कि इन खिलाड़ियों को सीनियर प्लेयर्स से बात करने का मौका मिलना चाहिए। सूर्यकुमार यादव सबसे ज्यादा डिजर्व करते हैं, उन्हें टी20 टीम में होना चाहिए।
वहीं पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दीपदास गुप्ता ने कहा कि अगर धोनी ट्रेनिंग कैंप का हिस्सा होते हैं तो फिर नए विकेटकीपर्स को उनसे सीखने के लिए 6 हफ्ते का समय मिलेगा। लेकिन अगर वो इस कैंप में नहीं होते हैं तो भी मैं उनको नजरंदाज नहीं करुंगा। मैं आईपीएल में उनके प्रदर्शन पर नजर रखुंगा।