लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर योगी राज की शुरुआत हो गई है। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए बीजेपी ने एक बार फिर सत्ता हासिल की है। योगी आदित्यनाथ ने आज राजधानी के इकाना स्टेडियम में दोबारा यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
योगी आदित्यनाथ को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई है। योगी की नई टीम में कई नये चेहरों को शामिल किया गया है जबकि पिछली योगी सरकार में रहे कई मंत्रियों का विकेट भी गिर गया है।
बात अगर योगी की नई टीम की जाये तो इसमें कास्ट कॉम्बिनेशन गजब का दिख रहा है। योगी की नई कैबिनेट में 21 सवर्ण, 20 ओबीसी और 9 दलित चेहरों को शामिल किया गया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि नई टीम में कास्ट कॉम्बिनेशन का खास ख्याल रखा गया है। इतना ही नहीं एक मुस्लिम, एक सिख और एक पंजाबी को जगह मिली है। इसके अलावा यादव समुदाय को भी प्रतिनिधित्व दिया गया है।
21 सवर्ण समुदाय के मंत्री
- 7 ब्राह्मण
- तीन वैश्य
- योगी आदित्यनाथ को मिलाकर 8 ठाकुर मंत्री बनाए गए हैं
- इसके अलावा दो भूमिहार
- एक कायस्थ को जगह मिली है
8 ठाकुर मंत्री
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा एक कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह को बनाया गया है
- 3 स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री बनाए गए हैं
- जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, दिनेश प्रताप सिंह हैं
- 3 राज्यमंत्री बने हैं, जिनमें बृजेश सिंह, मयंकेश्वरण सिंह और सोमेंद्र तोमर हैं
7 ब्राह्मण मंत्री
- तीन कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार और 3 राज्यमंत्री बने हैं
- डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बने हैं
- कैबिनेट मंत्री के तौर पर जितिन प्रसाद और योगेंद्र उपाध्याय को जगह मिली है
- राज्यमंत्री के रूप में प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी और सतीश जगह मिली है
वैश्य-कायस्थ-भूमिहार
- वैश्य समुदाय से तीन मंत्री बने हैं
- जिनमें एक कैबिनेट और दो स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री बनाया गया है
- कैबिनेट के तौर पर नंदगोपाल नंदी
- स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री के रूप में नितिन अग्रवाल
- कपिलदेव अग्रवाल को मौका दिया गया है
- भूमिहार समुदाय से दो कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही और अरविंद कुमार शर्मा हैं
- कायस्थ समुदाय से अरुण कुमार सक्सेना स्वतंत्र राज्यमंत्री बनाए गए हैं
20 ओबीसी मंत्री
- अपना दल और निषाद पार्टी से एक-एक कैबिनेट मंत्री शामिल हैं
- बीजेपी के ओबीसी चेहरे केशव प्रसाद मौर्य को फिर डिप्टी सीएम बनाया गया है
- 8 ओबीसी कैबिनेट मंत्री बने हैं
- जिनमें कुर्मी समाज से स्वतंत्र देव सिंह, राकेश सचान और अपना दल कोटे से आशीष पटेल को जगह मिली है
- जाट समुदाय से लक्ष्मी नारायण चौधरी और भूपेंद्र सिंह चौधरी कैबिनेट मंत्री बने हैं
- इसके अलावा राजभर समाज से अनिल राजभर, निषाद समुदाय से संजय निषाद और लोध समुदाय से धर्मपाल सिंह मंत्री बने हैं
ओबीसी समुदाय/लोध समुदाय से
- लोध समुदाय से संदीप सिंह, निषाद समाज से नरेंद्र कश्यप, यादव समुदाय से गिरीश चंद्र यादव, कुर्मी समुदाय से संजय गंगवार
- प्रजापति जाति से धर्मवीर प्रजापति, कलवार समुदाय से रवींद्र जायसवाल मंत्री बने
- वहीं, 6 राज्यमंत्री ओबीसी बने हैं, जिनमें गड़रिया समाज से आने वाले अजीत पाल, सैनी समुदाय से जसवंत सैनी, निषाद समाज से रामकेश निषाद
- जाट समुदाय से केपी मलिक और तेली समुदाय से राकेश राठौर के जगह दी गई है
9 दलित मंत्री
- जाटव समाज से ही आने वाले असीम अरुण को स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री की जिम्मेदारी दे गई है
- जाटव समुदाय से कैबिनेट के तौर पर महज बेबीरानी मौर्य को मौका दिया गया है
- गुलाब देवी को भी एक बार फिर से मंत्री बनाया गया है
- वाल्मीकि समुदाय से आने वाले अनूप प्रधान को जगह मिली है
- मनोहर लाल मन्नू कोरी फिर से राज्यमंत्री बने हैं