सैन फ्रांसिस्को। मेटा कथित तौर पर एक नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मॉडल को प्रशिक्षित करने की योजना बना रहा है, जिसके ओपनएआई के लेटेस्ट चैटबॉट जीपीटी-4 जितना पावरफुल होने की संभावना है।
द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, मेटा ज्यादा एनवीडिया एच100 एआई-ट्रेनिंग चिप्स खरीद रहा है और नए चैटबॉट को प्रशिक्षित करने के लिए अपने बुनियादी ढांचे में सुधार कर रहा है।
कंपनी कथित तौर पर 2024 की शुरुआत में नए लार्ज लैंग्वेज मॉडल की ट्रेनिंग शुरू करने की योजना बना रही है।
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग द्वारा कंपनियों और शोधकर्ताओं के लिए एआई टूल्स को शुरुआत में मुफ्त रखने की संभावना है।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि मेटा ने नए एआई मॉडल के निर्माण के लिए एक समूह को इकट्ठा किया है, जिसका लक्ष्य एआई टूल्स के निर्माण में तेजी लाना है जो ह्यूमन एक्सप्रेशन्स का अनुकरण कर सकते हैं।
कंपनी ने पिछले महीने नए कोड बनाने और मानव-लिखित कार्य को डीबग करने के लिए कोड लामा नामक अपना एआई टूल लॉन्च किया था। लार्ज लैंग्वेज मॉडल (एलएलएम) कोड जनरेट करने और डिस्कस करने के लिए टेक्स्ट प्रॉम्प्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मेटा ने एक बयान में कहा था, ”कोडिंग टास्क पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध एलएलएम के लिए कोड लामा स्टेट-ऑफ-द-आर्ट है। इसमें डेवलपर्स के लिए वर्कफ़्लो को फास्टर और ज्यादा कुशल बनाने और कोड सीख रहे लोगों के लिए एंट्री की बाधा को कम करने की क्षमता है।”
कोड लामा में प्रोग्रामर्स को ज्यादा मजबूत, अच्छी तरह से प्रलेखित सॉफ़्टवेयर लिखने में मदद करने के लिए उत्पादकता और शैक्षिक उपकरण के रूप में उपयोग करने की क्षमता है।
कोड लामा, लामा 2 का एक कोड-स्पेशलाइज्ड वर्जन है जिसे लामा 2 को उसके कोड-स्पेसिफिक डेटासेट पर आगे प्रशिक्षण देकर, उसी डेटासेट से लंबे समय तक अधिक डेटा का नमूना लेकर बनाया गया था।
इस साल फरवरी में, जुकरबर्ग ने घोषणा की थी कि कंपनी एक नई “टॉप-लेवल” प्रोडक्ट टीम बना रही है जो जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर फोकस्ड करेगी। (आईएएनएस)