बांदा। जीवनदायिनी केन नदी की कोख उजाड़ने के लिए किस तरह दिन रात पोकलैंड मशीनें गरजती हैं और नदी की जलधारा को रोककर किस तरह से अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है। यह कल जिला अधिकारी द्वारा छापामार कार्रवाई से उजागर हो गया है। यह कोई नई बात नहीं है। इस तरह का अवैध बालू खनन का काला कारोबार बरसों से चल रहा है लेकिन प्रशासन अनजान बना रहता है।
जीवनदायिनी केन नदी की कोख को रात के अंधेरे में पोकलैंड मशीन किस तरह से तहस-नहस करती है, यह नजारा देखकर जिला अधिकारी बांदा के कल होश उड़ गए थे। इतना ही नहीं बालू के अवैध खनन के लिए बालू माफिया नदी की धारा को भी रोक देते हैं यह दृश्य देखकर भी डीएम सन्न रह गये थे। बालू माफिया नदी की धारा को रोककर उसमें ह्यूमन पाइप डालकर पुल बनाते हैं। और इसी पुल के सहारे पोकलैंड मशीन को नदी की जलधारा के बीचो-बीच ले जाते हैं और फिर यह मशीनें दिन गरजती हैं और पानी के अंदर से बालू निकालकर पानी में विचरण करने वाले जलीय जीव जंतु जंतुओं के मौत का कारण भी बनती हैं।
यह सिलसिला वर्षों से चला आ रहा है लेकिन प्रशासन अनजान बना रहता है या अक्सर किसी बैरियर या खदान के आसपास ओवरलोड ट्रकों को रोककर उन्हें सीज करने की कार्रवाई करके चुप्पी साध लेता है। बालू खदानों में किस तरह से नियम विरुद्ध अवैध खनन किया जा रहा है, इसे देखने शायद ही कोई अधिकारी जाता हो, लेकिन कल जब जिला अधिकारी अमित सिंह बंसल यहां की बहुचर्चित सोना खदान पहुंचे और अपनी आंखों से केन नदी की दुर्गति देखी तो सन्न रह गए। उन्होंने कल्पना नहीं की थी कि नदी की जलधारा रोककर इस तरह से बालू का अवैध व्यापार चल रहा है।
बहुचर्चित सोना खदान
जिले की बहुचर्चित खदानों में सुमार सोना खदान का नाम आता है। जहां एनजीटी व खनन अधिनियम के विरुद्ध खनन करने का तमगा संबंधित खदान को मिला है। खनन अधिनियम के विरुद्ध जल तट से 3 मीटर की दूरी पर खनन करने का प्रावधान है। जबकि संबंधित खदान पर नदी की जल धारा रोक कर जल में ही कई मीटर की गहराई तक खनन किया गया।
बालू कारोबारियों में हड़कंप
जनपद मुख्यालय से सटी हुई भूरेडी गांव स्थित सोना खदान में कल हुई छापामार कार्रवाई से अवैध अवैध खनन का काम कर रहे बालों कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।जिले के पैलानी तहसील की खपटिहा कला, सांडी, शादी मदनपुर, नरैनी के लहूरेटा, बरियारी, कोलावल व रामपुर आदि खदानों में भी खुलेआम नियमों की अनदेखी करके बालू का अवैध खनन किया जा रहा है और बालू की चोरी करके लाखों के राजस्व को चपत लगाई जा रही है। डीएम के तेवर को देखते हुए बालू खदान में मंगलवार को सन्नाटा पसरा रहा और सड़कों पर फर्राटा भर रहे बालू से भरे ट्रक ट्रकों के पहिए थम गए हैं।
अब होगी नियमित चेकिंग
सिटी सिटी मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि संबंधित अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में संचालित बालू खदानों में नियमित रूप से चेकिंग करें और अवैध खनन के साथ परिवहन और ओवरलोडिंग रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करें, इसमें किसी तरह की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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