मेरठ। नमामि गंगे योजना के बेहतर संचालन के लिए मेरठ को टॉप टेन शहरों में चुना गया है। केंद्र सरकार के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार को वीडियो काफ्रेंसिंग के साथ ही योजना के अंतर्गत चिन्हित स्थानों की आनलाइन मानीटरिंग की। पीएम अवार्ड वर्चुअल स्पॉट स्टडी कार्यक्रम में शनिवार को नमामि गंगे मिशन के तहत गांवड़ी में डंप कूड़े से प्रदूषित हो रही काली नदी की सफाई के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
300 एकड़ में हरियाली बढ़ाने से मिली मुकाम
वन विभाग के अधिकारियों ने हस्तिनापुर में तीन सौ एकड़ जमीन में पौधरोपण, काली नदी के किनारे हरियाली बसाने, और गंगा गांव में किए गए कार्यों की जानकारी दी। सहायक नगर आयुक्त प्रथम बृजपाल ने ऑनलाइन वीडियो के जरिए गांवड़ी कूड़ा निस्तारण प्लांट को दिखाया।
काली नदी किनारे बनाई गई 120 मीटर की दूरी में ग्रीन बेल्ट पर भी फोकस किया। इस दौरान उनके साथ गांवड़ी के प्रधान मोहम्मद ऑसिफ व भावनपुर के प्रधान राजकली के बेटे विजय कुमार मौजूद रहे। बताया कि काली नदी के किनारे ग्रीन बेल्ट में कूड़ा साफ कर दिया गया है।
प्लांट में प्रतिदिन 150 टन कूड़े से आरडीएफ, ईंट-पत्थर अलग-अलग किया जाता है। आरडीएफ से भूड़बराल स्थित संयंत्र भेजा जाएगा। जहां पर आरडीएफ से बिजली बनाई जाएगी। केंद्र के अधिकारियों ने ग्राम प्रधानों से भी जानकारी ली। इसके अलावा 72 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के बारे में भी जानकारी दी गई है।
नगर निगम ने मॉडल व एक्टर राधिका गौतम समेत अन्य लोगों को भी कूड़ा निस्तारण प्लांट देखने के लिए बुलाया था। डीएम के. बालाजी का कहना है कि मेरठ, उत्तरकाशी व चमौली को अभी स्पॉट वेरिफिकेशन के लिए चुना गया है। उसी के तहत शनिवार को स्पाट वेरीफिकेशन किया गया।