नई दिल्ली। भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने चीफ ऑफ स्टाफ कमिटी के चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाल ली है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश आसमयिक निधन के बाद उन्हें यह जिम्मेदारी मिलना अहम है। सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद से ही पद खाली और फिलहाल चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति का इंतजार है।
सीडीएस के पद का सृजन दो साल पहले हुआ था और उससे पहले चीफ ऑफ स्टाफ कमिटी का पद ही सबसे बड़ा था। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की बीते सप्ताह बुधवार यानी 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया था।
इस हादसे में जनरल रावत के अलावा उनकी पत्नी मधुलिका रावत एवं 11 अन्य सैन्य अफसरों की भी मौत हो गई थी। यही नहीं इस हादसे के वक्त एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी बुधवार को निधन हो गया। उन्होंने बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में अंतिम सांस ली।
पूरे मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों के मुताबिक नरवणे को चीफ ऑफ स्टाफ कमिटी के चेयरमैन की जिम्मेदारी इसलिए मिली है क्योंकि वह मौजूदा तीनों सेनाओं के प्रमुखों में सबसे सीनियर अधिकारी हैं। आईएएफ के चीफ एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने क्रमश: 30 सितंबर और 30 नवंबर को प्रभार संभाला था।
मंगलवार को चीफ ऑफ स्टाफ कमिटी की मीटिंग हुई थी, जिसमें जनरल रावत एवं कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश मामले में जान गंवाने वाले सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी गई थी।