कानपुर। नाइजीरिया में फंसे कानपुर के रोशन अरोड़ा समेत 16 भारतीयों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। उन्हें कहां रखा गया है, यह भी अब किसी को मालूम नहीं है। सरकार ने इस मामले में कोई बड़ा कदम अभी तक नहीं उठाया है। कानपुर के गोविंद नगर लेबर कॉलोनी निवासी थर्ड ऑफिसर रोशन अरोड़ा के पिता मनोज और मां सीमा का रो-रोकर बुरा हाल है।
मनोज अरोड़ा ने बताया कि 13 नवंबर और 15 नवंबर को एक-एक मिनट के लिए बात कराई थी। नाइजीरियन आर्मी ने इंग्लिश में बात करने की परमिशन दी थी। एक मिनट में बेटा सिर्फ हालचाल ही पूछ और बता पाया। बीते 6 दिनों से उसका कुछ नहीं पता चल पा रहा है कि उसे कहां रखा गया है। कंपनी वाले भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं। सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है।
हम लोग अब सिर्फ भगवान की शरण में हैं
उन्होंने बताया कि 7 दिन पहले लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में मिलने गए थे, लेकिन मुलाकात नहीं हुई। अधिकारियों ने शिकायत सुनी, लेकिन कोई खास पहल नहीं की गई। उसी दिन लखनऊ में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर अपनी बात रखी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि वे कुछ करेंगे, लेकिन कोई पहल होती नहीं दिखी है। पिता ने कहा कि अब कहीं से भी मदद की कोई उम्मीद नहीं है। हम लोग अब बस भगवान की शरण में हैं।
11 जनवरी को कोर्ट में है अगली सुनवाई
मनोज अरोड़ा ने बताया कि कोर्ट में केस शुरू हो चुका है। OSM कंपनी के वकील ही केस लड़ रहे हैं। कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 11 जनवरी, 2023 की तारीख निर्धारित की है। तब तक सभी 16 भारतीय समेत 26 क्रू मेंबर्स को कहां रखेंगे, कुछ नहीं मालूम है।
मां और दादी की तबीयत खराब
रोशन के पिता ने बताया कि इकलौते बेटे की कोई खबर नहीं मिलने से उसकी मां और दादी की तबीयत खराब होती जा रही है। मां का पूरा दिन रोते हुए बीत रहा है। कई बार हॉस्पिटल में एडमिट करने की नौबत आ चुकी है। सांसद सत्यदेव पचौरी भी घर आए थे, उन्होंने सिर्फ मेल करने की जानकारी दी है। अब कोई जानकारी नहीं है। वहीं प्रशासनिक अधिकारी और विधायक भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं।
कंपनी से खत्म हो चुका है कॉन्ट्रैक्ट
परिवार में रोशन की मां सीमा और बड़ी बहन कोमल हैं। कोमल के मुताबिक, रोशन हीरोइक इदुन शिप कंपनी के जरिए 8 अगस्त को नाइजीरिया कच्चा तेल लोड करने गया था। वहां क्रू मेंबर्स समेत पूरे क्रू को बंधक बना लिया गया। उन्हें वॉर शिप के जरिए नाइजीरियन नेवी ले गई। अब उन्हें कहां रखा गया है, किसी को भी कुछ नहीं मालूम है। रोशन का अब कंपनी से 6 महीने का कॉन्ट्रैक्ट भी खत्म हो चुका है।
आखिरी वीडियो में भी लिया मोदी का नाम
करीब 15 दिन पहले रोशन अरोड़ा ने एक वीडियो जारी किया था। इसमें भी वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाते हुए दिखे थे। उन्होंने कहा था कि सिर्फ मोदी ही हैं, जो सभी भारतीयों को बचा सकते हैं। बावजूद इसके सरकार ने कोई खास पहल नहीं की है। भारतीयों ने लगातार कई वीडियो में सरकार से बचाने की गुहार लगाई थी।
कच्चा तेल चोरी करने के आरोप में हैं बंधक
करीब 3 महीने से साउथ अफ्रीका के गिनी देश में रोशन बंधक हैं। उनके साथ देश के 16 अन्य भारतीय हैं। सभी पर कच्चा तेल चोरी करने का आरोप नाइजीरियन नेवी ने लगाया है। शिप के क्रू में कुल 26 सदस्य हैं। इनमें रोशन समेत 16 भारतीय हैं। रोशन की जॉब का ये पहला शिपमेंट था।
टीम में 16 भारतीय, छह श्रीलंका, पोलैंड और फिलीपींस के एक-एक जवान हैं। दो अन्य मर्चेंट नेवी अफसर शामिल हैं। पिता ने बताया कि देहरादून, अंबाला, कर्नाटक के भी लोग वहां क्रू में फंसे हुए हैं। सभी 102 दिनों से बंधक हैं।
जुर्माना भरने के बाद भी नहीं छोड़ा
बीते दिनों रोशन ने बताया था कि गिनी देश ने जुर्माना लगाया था, जिसे एक हफ्ते में ही कंपनी द्वारा भर दिया गया था। इसके बावजूद भी गिनी नेवी अब इन लोगों को छोड़ने के बजाय नाइजीरियन नेवी के हवाले कर दिया। अब कोर्ट केस शुरू हो गया है।