-आयुर्वेदाचार्य ने कहा, नाक में दो बूंद घी डालने से भीतर जाकर बनाता है जाल, जो वायरस को रोकेगा
-लोगों में है भ्रम, घी करेगा गर्म लेकिन यह है पित्त नाशक, कई रोगों से मिलती है मुक्ति
लखनऊ। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए अभी तक कारगर आयुर्वेद व योगा ही साबित हो रहा है। कहीं काढ़ा तो कहीं प्राणायाम कर लोग इम्यूनिटी को बढ़ा रहे हैं। संक्रमण से बचने के लिए मास्क और ग्लब्स का प्रयोग कर रहे हैं। इसमें एक और कारगर घरेलू दवा है गाय का घी। आयुर्वेदाचार्य के अनुसार इसको नाक में दो बूंद हर रोज डालने से संक्रमण का खतरा न के बराबर रह जाएगा। इसके साथ ही घी का सेवन भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा।
वाराणसी बीएचयू के पंचकर्म विभाग के विभागध्यक्ष जेपी सिंह का कहना है कि कोरोना का संक्रमण नाक और मुंह से हो रहा है। यदि नाक में दो बूंद घी डालते हैं तो भीतर जाकर यह एक जाल बना लेता है, जिससे वायरस को भीतर जाने से रोकता है। उन्होंने बताया कि घी नाक में डालने पर किसी भी तरह से नाक माध्यम से जाने वाले वायरस को रोकेगा। इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी।
घी का सेवन करने से भी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि यदि गाय का घी मिले तो ज्यादा बेहतर है। इसके न मिलने पर भैंस का घी भी फायदा पहुंचाएगा। उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार से विशेष वार्ता में कहा कि लोगों में भ्रम है कि घी गर्म करता है। इस कारण गर्मी में बहुत लोग घी का सेवन करना बंद कर देते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। घी पित्त नाशक है। गर्मी के मौसम में पित्त धीरे-धीरे बनने की शुरूआत होती है और घी का सेवन करने से यह नहीं बनेगा। इससे कई रोगों से छुटकारा मिलेगा। यह गर्मी का नाशक भी है।
हल्दी-दूध में काली मिर्च डालने से बढ़ जाती 10 गुना क्षमता
उन्होंने कहा कि दूध हल्दी के साथ लेना चाहिए। इसके साथ ही उसमें काली मिर्च मिलाकर लें। हल्दी व दूध में काली मिर्च मिलाने से उसमें दसगुना ताकत की क्षमता बढ़ जाती है। हल्दी में कुकुमिन पाया जाता है और यह काली मिर्च में पाया जाने वाला कैफरिन के साथ मिलकर एब्जार्सन बढ़ जाता है। इसके साथ ही दूध-हल्दी के साथ पिपली भी डाला जा सकता है। इससे इससे इसका फायदा करने की क्षमता बढ़ती है।
दिनचर्या का भी रखें ख्याल
डाक्टर जेपी सिंह ने कहा कि प्राणायाम, व्यायाम भी इस वक्त करना चाहिए। इससे अंदरूनी ताकत बढ़ेगी। उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि यह वायरस कमजोर लोगों को ज्यादा प्रताड़ित कर रहा है। इसको ध्यान में रखकर व्यायाम आदि भी जरूरी है। इसके लिए लोगों को व्यायाम करना भी जरूरी है। लोगों को अपनी दिनचर्या पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सुबह उठना, समय से सोना आदि पर ध्यान दे तो काफी हद तक शारीर रोग मुक्त हो सकता है।