पटना। ‘बिहार बचाने’ के लिए मंगलवार को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान अपने समर्थकों के साथ राजधानी पटना की सड़कों पर उतरे।
इस दौरान राजभवन मार्च के दौरान हड़ताली मोड़ के पास पुलिस ने मार्च कर रहे कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए जमकर लाठियां भांजी और आंसू गैस के गोले दागे। इस बीच, पुलिस ने सांसद चिराग पासवान समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार लोजपा (रामविलास) के कार्यकर्ता गांधी मैदान के पास जमा हुए और चिराग पासवान के नेतृत्व में राजभवन मार्च प्रारंभ किया। पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारी राजभवन जाना चाह रहे थे। इस दौरान इन्हें डाक बंगला चौराहा और इनकम टैक्स चौराहे के पास पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन लोजपा (रामविलास) के कार्यकर्ता नहीं माने।
इसके बाद हड़ताली मोड़ के पास पुलिस ने लोजपा (रामविलास ) कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया। इससे बेली रोड पर कुछ देर के लिए अफरा तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया तथा आंसू गैस की गोलियां छोड़ी गई।
इस दौरान चिराग पासवान समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया। चिराग ने कहा, आखिर क्या करें। मुख्यमंत्री, मंत्री मिलते नहीं हैं। बालिका आवास गृह में देह व्यापार ही रहा। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठियां चलाई जा रही हैं। अपराध चरम पर है। बिहार को जलने दें?
उन्होंने कहा कि जितनी पुलिस आज शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों को रोकने के लिए लगाई गई थी इतनी पुलिस हमेशा रहती तो बिहार में अपराध पर लगाम लग जाता।
उन्होंने कहा कि वे शांतिपूर्ण राजभवन जाकर अपनी मांग रखना चाह रहे थे।
इस बीच, चिराग पासवान की मां रीना पासवान भी पहुंची। उन्होंने कहा कि सभी लोग राजभवन मार्च के लिए निकले थे। सरकार विरोधियों की आवाज को दबाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जो हो रहा वह गलत हो रहा।