लखनऊ। हजरतगंज में तैनात दारोगा दिनेश शुक्ला ने पुरनिया स्थित नवीन गल्ला मंडी के फल कारोबारी अंसार बेग को हजरतगंज में स्थित होटल कारोबारी राजकुमार जायसवाल के कहने पर दो हफ्तों तक धमकाया और जेल भेजने के साथ ही एनकाउंटर करने की धमकी देता रहा।
दारोगा की इस करतूत की शिकायत जब फल कारोबारी ने लखनऊ कमिश्नर, डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी से शासन में पत्र लिखकर की तो उसे एसीपी हजरतगंज ने कार्यालय बुलाकर दारोगा के दोबारा परेशान न करने का आश्वासन दिया, इसके बाद पीडित के खिलाफ ही हजरतगंज में एफआईआर दर्ज कर ली गई। पीडित का आरोप है कि उसे न्याय लेने की गुहार लगाने पे उल्टा उसे ही मानसकि रूप से परेशान किया गया।
मामले को लेकर एसीपी हजरतगंज से बात की गई तो उन्होंने अधीनस्थों पर बात डालते हुए मामले से पलड़ा झाडना सही समझा। मामला पुरनिया स्थित नवीन गल्ला मंडी के फल कारोबारी और गोल्डन फ्रूट कम्पनी के मालिक अंसार बेग का है। उन्होंने बताया कि उनकी नवीन गल्ला मंडी में 13 साल से फल की दुकान है। वह लगभग आठ साल से हजरतगंज के कैंट रोड स्थित छेदीलाल होटल और हजरतगंज के हलवासिया मार्केट स्थित छेदीलाल जूस कार्नर के मालिक राजकुमार वैश्य के साथ पिछले आठ साल से लेनदेन चल रहा था।
वह आठ साल से उनके होटल और दुकान को फल और अन्य सामान सप्लाई कर रहे थे। उन्होंने बताया कि होटल कारोबारी कि आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह कई बार पैसा देने में असमर्थ रहा। अंसार ने बताया कि होटल मालिक की देवा रोड स्थित फैक्ट्री भी बंद होने के चलते उसकी होटल बेचने तक की नौबत आ गई। अंसार ने बताया कि उसने होटल मालिक को आठ साल में अस्सी लाख रूपये से अधिक का माल सप्लाई किया, बीच-बीच में वह किश्तों में रूपये की अदायगी भी करता रहा। अंसार ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उनका कारोबार ठप हो गया। उनहोंने होटल मालिक से बकाया रकम की मांग की तो उन्होंने उन्हें साढ़े सात लाख और साढ़े सैतालिस लाख के दो चेक दिए।
अंसार ने बताया जब उन्होंने चेक बैंक में लगाया चेक में साइन न सही होने के चलते चेक बाउंस हो गया। उन्हें ठगी का एहसास होने पर उन्होंने चेक बाउंस होने की नोटिस होटल मालिक को भेज दी, जिससे हड़कंप मच गया। बाद में उन्होंने दूसरा चेक लगाया तो वह भी चेक बाउंस हो गया उन्होंने उसकी भी नोटिस होटल मालिक को जारी करवा दी।
दूसरी नोटिस मिलने पर अंसार को हजरतगंज कोतवाली से दारोगा दिनेश शुक्ला ने फोन कर आपस में सलाह कर लेने के लिए बुलाया। अंसार ने बताया कि दारोगा ने उनसे चेक वापस कर देने के लिए कहा और न देने पर जेल भेजने की धमकी देता रहा। दो हफ्तों तक मानसिक रूप से प्रताडित होने के बाद उन्होंने इसकी शिकायत शासन सहित पुलिस के आला-अधिकारियों को चिट्ठी लिखकर कर दी।
अंसार ने बताया चिट्ठी मिलने पर उन्हें एसीपी हजरतगंज के कार्यालय बुलाया गया था 7 वहां उन्हें दारोगा द्वारा दोबारा परेशान न करने का आश्वासन दिया गया था। अंसार के अनुसार ठीक दो दिन बाद उनके खिलाफ थाने में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दबाव बनाने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है। अंसार ने बताया कि उन्हें जो चेक दी गई थी उस चेक में जाली साइन बनाये गए थे। बैंक से मिली चेक बाउंस की रिपोर्ट में साइन सही न होने के चलते चेक बाउंस होने की बात सामने आई है।
जबकि दारोगा और होटल कारोबारी ने मिलकर चेक में फर्जी तरीके से राशि बढ़ाने की तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई है। अंसार ने बताया कि हजरतगंज के होटल मालिक और दारोगा दिनेश शुक्ला के बीच गहरे संबंध है। दारोगा अक्सर होटल मालिक के होटल आता जाता था। वह होटल मालिक की फार्च्यूनर गाडी से भी घूमता था।