लखनऊ। कोरोना काल में सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों को हो रही हैै। आलम तो यह है कि गरीबों को अब दो वक्त रोटी भी नसीब बड़ी मुश्किल से हो रही है। इतना ही नहीं देश में इन दिनों भुखमरी जैसे हालात पैदा हो गए है और कहा तो यह भी जा रहा है 42 प्रतिशत मजदूरों के पास नहीं राशन तक नहीं बचा है।
मजदूरों का दर्द सरकार सुनने का दावा कर रही है लेकिन देश के कई इलाकों से श्रमिकों को लेकर जो तस्वीरें आ रही है वो आम इंसान को भी परेशान कर रही है। इस पूरे मुद्दे पर सरकार अपना पक्ष रख रही है तो दूसरी विपक्ष मजदूरों को लेकर सरकार के रवैया पर सवाल उठा रही है। कांग्रेस लगातार श्रमिकों की स्थिति का मुद्दा उठा रही है और सरकार को घेर रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लॉकडाउन के बीच पलायन कर रहे मजदूरों के दर्द को लेकर योगी सरकार को घेरा है। उन्होंने अपने ट्विटर पर एक मजदूर का वीडियो पोस्ट किया है। दरअसल इस वीडियो में एक बच्चा पैदल चलने से इतना थक चुका था कि सूटकेस पर सो गया और उसकी मां बेचारी बेबस होकर उस सूटकेस को सडक़ पर घसीटने पर मजबूर हो गई।
महानगरों से मजदूर भूखे प्यासे, पैदल अपने छोटे छोटे बच्चों और परिवार को लेकर चले जा रहे हैं। ऐसा लगता है जैसे व्यवस्था ने इनको त्याग दिया हो। मई की धूप में सडक़ों पर चल रहे लाखों मजदूरों का ताँता लगा हुआ है। रोज ऐक्सिडेंट हो रहे हैं। रोज ये गरीब हिंदुस्तानी मारे जा रहे जा रहे हैं। इनके लिए सरकार बसें क्यों नहीं चलवा रही? यूपी रोडवेज की बीस हज़ार बसे खड़ी हैं। कृपया इन बसों को सडक़ों पर उतार दीजिए। इन्हीं के श्रम से हमारे ये महानगर बने हैं, इनके श्रम से देश आगे बढ़ा है। भगवान के लिए इन्हें सडक़ों पर ऐसे बेसहारा न छोडिय़े।
उप्र की सभी जिला शहर इकाईयों से मेरा आग्रह है कि इन जरूरतमंद लोगों की मदद कार्य और तेज कर दीजिए। पूरी ताकत लगा दीजिए। ये सेवा का वक्त है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता इन हिंदुस्तानी भाइयों के साथ खड़ा है।इस दौरान उन्होंने पुलिस से भी अपील करते हुए लिखा है कि मैं समझती हूँ आप पर काम का दबाव है। आप भी परेशान हो। मगर आपसे मेरी एक विनती है इन बेसहारा लोगों बल प्रयोग मत करिए। इनपर वैसे ही विप्पति टूटी हुई है। इनकी गरिमा की रक्षा कीजिए।