लॉस एंजेल्स। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पहली बार खुल कर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आलोचना की। इसे अमेरिकी मीडिया में सूर्खियों में स्थान दिया गया। व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद ऐसे अनेक प्रसंग आए, और ट्रम्प ने अनेकानेक मुद्दों को ले कर ओबामा के ‘नाम और काम’ को घसीटने की कोशिश भी की। ओबामा मर्यादा में रहे और उन्होंने पलटवार नहीं किया। उन्होंने कोविड-19 से निपटने में ट्रम्प प्रशासन विफल रहा है और परिस्थितियाँ अव्यवस्थित आपदापूर्ण हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ओबामा ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस के अपने वरिष्ठ पूर्व सहकर्मियों और मित्रों की एक बड़ी जमात को आनलाइन संबोधन में एक ओर कोरोना संक्रमण से अमेरिका के हाल-बहाल पर खेद जताया वहीं व्हाइट नीतियों से देश में अव्यवस्थित अराजक स्थिति होने पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि क़ानून के राज की धज्जियाँ उड़ती जा रही है। उन्होंने यह कहा कि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में दुष्प्रचार फैलने की आशंका है। यह संबोधन पहली बार याहू न्यूज़ की ओर से प्रसारित किया गया था।
उन्होंने कहा कि व्हाइट हाउस के पूर्व सलाहकार माइकल फ़्लिन के ख़िलाफ़ जिस तरह मामले को रफ़ा दफ़ा किए जाने को लेकर न्यायिक डिपार्टमेंट को आदेश दिए गए हैं, उस से क़ानून के राज की धज्जियाँ उड़ रही हैं। इस संदर्भ में उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोई बाइड़न के पक्ष में ज़ोर-शोर से जुटने की अपील की।