इस्लामाबाद। पाकिस्तान के नये पीएम को लेकर चल रही अटकलों पर आज लगाम लग गयी और इमरान खान पाकिस्तान के पीएम बन गये। क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने शनिवार को पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। देश में हुए आम चुनावों में उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक- ए-इंसाफ (पीटीआई) ने सबसे ज्यादा सीटें जीती थी। डॉन न्यूज के मुताबिक, इमरान खान को शनिवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने पद की शपथ दिलाई। इमरान अपने प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के उम्मीदवार शाहबाज शरीफ को इस दौड़ में हराकर प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे हैं। शपथ ग्रहण समारोह में इमरान काले रंग की शेरवानी में थे। उनके साथ उनकी पत्नी बुशरा इमरान भी थीं।
उनके शपथ ग्रहण समारोह में कार्यवाहक प्रधानमंत्री नसीरुल मुल्क, नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर, सेना प्रमुख जनरल कमर जावे बाजवा, वायुसेना प्रमुख मार्शल मुजाहिद अनवर खान और नौसेना प्रमुख एडमिरल जफर महमूद अब्बासी सहित कई गणमान्य मौजूद थे। इसके अलावा पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू, क्रिकेटर से कमेंटेटर बने रमीज राजा, वसीम अकरम, पंजाब असेंबली के नवनिर्वाचित स्पीकर चौधरी परवेज इलाही, गायक सलमान अहमद और अबरारुल हक, अभिनेता जावेद शेख, नेशनल असेंबली की पूर्व स्पीकर फहमीदा मिर्जा और पीटीआई के वरिष्ठ नेता भी थे।
इमरान ने भले ही विदेश में पढ़ाई की हो और क्रिकेट करियर के दौरान उनकी छवि प्लेबॉय की हो, लेकिन राजनीति में वह कट्टर छवि के समर्थक माने जाते हैं। इमरान के पाकिस्तान के नए पीएम के तौर पर भारत के साथ संबंध और पाकिस्तान की चुनौतियों से निपटने पर पूरी दुनिया की नजर रहेगी। जीत के पीछे कहा जा रहा है कि वह सेना के पसंदीदा रहे हैं। पाकिस्तान में सरकार चलाने में सेना का दखल भी बहुत प्रभावी रहा है। सेना के बारे में उन्होंने कहा भी है, ‘मुझे लगता है कि एक लोकतांत्रिक सरकार नैतिक अधिकार से नियम बनाती है और यदि आपके पास नैतिक अधिकार नहीं है, तो जिनके पास भौतिक अधिकार हैं वे दबाव बनाते हैं।’ इमरान को सेना का समर्थक और पसंदीदा भी बताया जाता है।