जिनेवा। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में लोगों की स्थिति जानवरों से भी बदतर हो चुकी है। गुरुवार रात जिनेवा में यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स काउंसिल (यूएनएचआरसी) की बैठक के दौरान यह दर्द पीओके एक्टिविस्ट प्रोफेसर सज्जाद राजा ने दुनिया के सामने रखा। राजा ने सीधे तौर पर पाकिकस्तान की सरकार और फौज को निशाने पर लिया। कहा- पाकिस्तान हमारे साथ जानवरों जैसा सलूक फौरन बंद करे।
अपने ही घर में बेगाने हो गए
सज्जाद के भाषण के दौरान यूएनएचआरसी में बिल्कुल खामोशी छा गई। भाषण के दौरान राजा इतने भावुक हो गए कि उनके आंसू निकल पड़े। राजा ने कहा- हम इस संगठन से अपील करते हैं कि वो पाकिस्तान को हमारे साथ जानवरों की तरह बर्ताव करने से रोके। पाकिस्तान ने पीओके इलेक्शन एक्ट 2020 लागू करके हमारे सभी संवैधानिक अधिकार छीन लिए हैं। पीओके में रहने वाले लोगों के पास अब राजनैतिक और नागरिक अधिकार भी नहीं बचे। हमें अपने ही घर में बेगाना बना दिया गया है। राजा नेशनल इक्विलिटी पार्टी के चेयरमैन भी हैं।
हमारा कसूर क्या है
राजा ने भाषण में आगे कहा- हम अपनी जमीन पर रहते हैं। हमारे घर और परिवार हैं। लेकिन, अपने ही घर में हमसे घुसपैठियों की तरह व्यवहार किया जा रहा है। पाकिस्तान आर्मी ने राजनैतिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है। विरोध करने पर लोगों को कत्ल कर दिया जाता है। हजारों लोग गायब कर दिए गए हैं। टारगेट किलिंग्स की जा रही हैं।
ब्रेनवॉश कर रहा है पाकिस्तान
पाकिस्तानी फौज और सरकार के दमन को राजा ने दुनिया के सामने खोलकर रख दिया। कहा- सरहद के दोनों तरफ (भारत और पाकिस्तान) युवाओं का ब्रेनवॉश किया जा रहा है। उन्हें प्रॉक्सी वार में हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। सबको मालूम है कि पाकिस्तान में टेरर कैम्प अब भी चल रहे हैं। पाकिस्तान अब गिलगित-बाल्टिस्तान को अगर राज्य बनाने की कोशिश कर रहा है।