जयपुर। राजस्थान में सचिन पायलट को उप-मुख्यमंत्री पद और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष से बर्खास्त किए जाने के बाद राज्य की राजनीति गर्मा गई। अलवर और टोंक में मंगलवार को कई जगह प्रदर्शन देखने को मिले। टोंक में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने इस्तीफे भी दे दिए। टोंक के रहने वाले एडवोकेट राजेंद्र बोकन ने कहा कि सचिन पायलट ने 48 डिग्री की गर्मी में घूमकर गांव-गांव जाकर कांग्रेस पार्टी को जिंदा किया था। राजस्थान में जिन नेताओं ने पार्टी के लिए काम किया। उन्हीं की आवाज को पार्टी ने दबा दिया।
टोंक: विकास को झटका, ट्रेन की उम्मीद भी टूटी
टोंक से भारी मतों से जीतकर विधायक बने सचिन को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद टोंक के विकास की उम्मीद जगी थी। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि चुनाव में टोंक को रेल से जोड़ने की बात कही गई थी। अब वह पूरी होती नहीं दिख रही है। टोंक के विकास को ब्रेक लग गए।
सचिन ने चुनावी सभाओं में टोंक को रेल से जोड़े जाने समेत कई बड़ी योजनाएं शुरू करने का वादा किया था। जनता को भी उम्मीद बंधी थी। टोंक कांग्रेस जिला प्रवक्ता रामलाल संडीला ने कहा कि सचिन पायलट को जिस तरह से बर्खास्त किया गया, वो गलत है। हम इसकी निंदा करते हैं। अगर सचिन पायलट को वापस नहीं दिया गया तो कांग्रेस की स्थिति खराब कर देंगे।
दौसा: 42 कांग्रेस नेताओं ने दिया इस्तीफा
दौसा में कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधान डीसी बैरवा ने कहा कि सचिन पायलट और उनके करीब 25 से 30 विधायकों ने आलाकमान के सामने अपनी बात रखी। वहीं, गहलोत ने डेढ़ साल तक उनकी कोई बात नहीं सुनी। उन्होंने पार्टी के खिलाफ अब तक कोई बात नहीं की है। आज उन्हें नोटिस भी जारी किए गए हैं।
बैरवा बोले- हम इनके मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे। हमारे जिला अध्यक्ष के भाई से बात हुई है, उन्होंने बताया कि जिला अध्यक्ष को पुलिस उठाकर ले गई है। जिले में करीब 42 पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया।
खेमों में बंट गए कांग्रेस विधायक
दौसा जिले के पांच में से चार विधायक कांग्रेस के हैं। इनमें से दो मंत्री गहलोत खेमे में और दो पायलट खेमे में बंट गए हैं। लालसोट विधायक व उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा तथा सिकराय विधायक एवं महिला व बाल विकास मंत्री ममता भूपेश गहलोत खेमे में हैं।
दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा और बांदीकुई के विधायक जी आर खटाणा खुलकर पायलट के साथ हैं। महवा के निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं। यहां भी जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिए हैं।
अलवर: गुर्जर बाहुल्य बानसूर में हाईअलर्ट
सचिन को बर्खास्त किए जाने के बाद अलवर जिले के गुर्जर बाहुल्य बानसूर में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया। पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। कई जगह पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। मंगलवार को यहां कई जगह अशोक गहलोत के पुतले फूंके गए थे।
अजमेर: कांग्रेस महासचिव ने फेसबुक पर दिया इस्तीफा
शहर कांग्रेस के महासचिव प्रताप यादव ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट डाली, जिसमें पायलट के प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद नैतिकता के आधार पर खुद भी इस्तीफा देने की बात कही है। शहर के केसरगंज स्थित कांग्रेस कार्यालय पर मंगलवार को ताला लटका रहा। मंगलवार को यहां बंद कार्यालय के बाहर गुर्जर समाज से जुड़े कुछ युवकों ने हंगामा किया और मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ नारे लगाए।