भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। दोनों टीमें 25 साल बाद इस टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में आमने-सामने होंगी।
हमने फाइनलिस्ट टीमों के उन 11-11 खिलाड़ियों के स्टैट्स को आमने-सामने रखा है, जो यह मैच खेल सकते हैं। इससे पता लगेगा कि कौन-सी टीम कहां मजबूत और कहां कमजोर है।
बैटर्स के फेसऑफ में मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी के मैच, रन, एवरेज, स्ट्राइक रेट और शतक-अर्धशतक देखने को मिलेंगे। वहीं ऑलराउंडर्स में मैच, रन, एवरेज, विकेट और इकोनॉमी की टैली है। बॉलर्स के स्टैट्स में आप मैच, विकेट, इकोनॉमी और 5 विकेट हॉल देखेंगे। ग्राफिक्स बैटिंग ऑर्डर में खिलाड़ियों की पोजिशन के आधार पर हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी-2025 के फाइनलिस्ट तय हो चुके हैं। भारत और न्यूजीलैंड के बीच 9 मार्च को दुबई इंटरनेशनल में फाइनल मैच खेला जाएगा। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को, जबकि न्यूजीलैंड ने साउथ अफ्रीका को हराकर फाइनल में प्रवेश किया है।
खिताबी मुकाबले में जीत की संभावना जानने के लिए हमने चैंपियंस ट्रॉफी के पिछले 8 फाइनल के ट्रेंड को 5 पैरामीटर्स में एनालाइज किया। इनमें…
1. टॉस 2. पहले बैटिंग Vs पहले बॉलिंग 3. पहली पारी का एवरेज स्कोर 4. विनिंग टोटल 5. वेन्यू
5 फैक्टर्स में चैंपियंस ट्रॉफी के पिछले 8 फाइनल का ट्रेंड
1. टॉस
पिछले 4 फाइनल टॉस हारने वाली टीमों ने जीते फाइनल मुकाबले में टॉस की अहमियत खास रही है। अब तक खेले गए 8 मुकाबले में टॉस जीतने वाली टीमों ने 3 मुकाबले जीते, जबकि टॉस गंवाने वाली टीमें 4 बार चैंपियन बनीं। एक मुकाबला बेनतीजा रहा, 2002 में श्रीलंका और भारत की टीमें संयुक्त विजेता रही थीं।
- 2006 से टॉस हारने वाली टीमें लगातार चैंपियन बन रही हैं। 1998, 2000 और 2004 के फाइनल मैच टॉस जीतने वाली टीमों ने जीते।
- 43% फाइनल टॉस जीतने वाली टीमों के नाम रहे, जबकि 57% खिताबी मुकाबले टॉस हारने वाली टीमों ने जीते।
- चेज करने वाली टीमों ने 63% फाइनल जीते फाइनल मैच का रिजल्ट टॉस के फैसले पर भी काफी हद तक निर्भर रहा है। अब तक 8 में से 2 ही फाइनल पहले बैटिंग करने वाली टीमों ने जीते, जबकि 5 मुकाबले दूसरी पारी में बैटिंग करने वाली टीमों के नाम रहे। एक मैच बेनतीजा रहा।
- टूर्नामेंट के शुरुआती 6 में से 5 एडिशन (1998, 2000, 2004, 2006, 2009) में फाइनल के सभी स्कोर चेज हुए, जबकि 2013 और 2017 के खिताबी मुकाबलों में पहली पारी में बैटिंग करने वाली टीमें स्कोर डिफेंड करने में कामयाब रहीं।
- चैंपियंस ट्रॉफी के 7 फाइनल में 71% बार टारगेट चेज हुए, जबकि 29% स्कोर डिफेंड हुए। टूर्नामेंट का सबसे छोटा डिफेंड 129 रन है, जो इंडिया ने 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था। हालांकि, बारिश के कारण यह मुकाबला 20-20 ओवर का खेला गया था। फाइनल का सबसे बड़ा चेज 264 रन है। जो न्यूजीलैंड ने 2000 में भारत के खिलाफ 49.4 ओवर में कर लिया था।
- 219 रन पहली पारी का एवरेज स्कोर पहली पारी में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल का एवरेज स्कोर 219 रन रहा। फाइनल में पहली पारी का सबसे छोटा स्कोर 138 रन है, जो वेस्टइंडीज ने 2006 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था। जबकि 338 रन का हाईएस्ट स्कोर पाकिस्तान ने 2017 में भारत के खिलाफ बनाया था। पहली पारी का एवरेज स्कोर निकालने के लिए सभी फाइनल की पहली पारी के स्कोर को जोड़ा और उसमें 8 का भाग दिया।
- 4. विनिंग टोटल
- 300+ स्कोर फाइनल में विनिंग टोटल टूर्नामेंट के इतिहास में फाइनल मैच में सिर्फ एक बार 300+ का स्कोर बना है। जो पाकिस्तान ने 2017 के फाइनल में भारत के खिलाफ बनाया था। टीम ने 180 रन की जीत हासिल की थी। 2013 में भारत ने भी पहले बैटिंग करते हुए जीत हासिल की थी।
- 5. वेन्यू
- होम टीम एक बार चैंपियन बनी, 3 फाइनल खेले अब तक 7 देशों ने चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी की है। इनमें बांग्लादेश, केन्या, श्रीलंका, इंग्लैंड, भारत, साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड शामिल हैं। इस बार की मेजबानी पाकिस्तान कर रहा है। श्रीलंका ने अपने घरेलू मैदान पर टाइटल जीता था। टीम 2002 में भारत के साथ संयुक्त विजेता रही थी।
- मेजबान इंग्लैंड ने 2 बार (2004, 2013) फाइनल में जगह बनाई, लेकिन खिताब नहीं जीत सकी। इंग्लैंड को वेस्टइंडीज और भारत ने उसी के घर में हराया था।
- 5 टीमों ने न्यूट्रल वेन्यू पर खिताब जीते। इनमें साउथ अफ्रीका ने बांग्लादेश, न्यूजीलैंड ने केन्या, पाकिस्तान ने इंग्लैंड में खिताब जीते। जबकि ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका और भारत में खिताब जीते हैं।