मीटिंग में प्रधानमंत्री इमरान खान ने आने से इनकार कर दिया। सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा आए। उनके पैर कांप रहे थे, माथे पर पसीना था। हमसे शाह महमूद साहब (तत्कालीन पाकिस्तानी विदेश मंत्री) ने कहा कि खुदा का वास्ता है इसे वापस जाने दें, क्योंकि रात 9 बजे भारत हम पर अटैक करने वाला है।’
पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के सांसद अयाज सादिक ने ये बात पाकिस्तान के संसद में कही थी। अयाज सादिक जिस मीटिंग में पाकिस्तान के सेना प्रमुख के कांपने का जिक्र कर रहे थे वो विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई से जुड़ी थी। बालाकोट स्ट्राइक के बाद डॉग फाइट यानी लड़ाकू विमानों की लड़ाई के दौरान हमारे विंग कमांडर अभिनंदन गलती से पाकिस्तान में दाखिल हो गए थे। हालांकि पाकिस्तान ने उन्हें 60 घंटे के भीतर छोड़ दिया।
विंग कमांडर अभिनंदन ने अपने मिग-21 विमान से पाकिस्तान के एक F-16 विमान को मार गिराया था।
आज से चार साल पहले 1 मार्च 2019 को अभिनंदन पाकिस्तान में 60 घंटे कैद में रहने के बाद भारत आए थे। आइए जानते हैं कि उन 60 घंटों की कहानी क्या है और पाकिस्तान इतनी जल्दी उन्हें छोड़ने को कैसे राजी हुआ?
27 फरवरी 2019 की बात है। बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारतीय वायुसेना अलर्ट पर थी। पाकिस्तानी विमानों की निगरानी का जिम्मा वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के पास था। सूचना थी कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी लड़ाकू विमान कश्मीर में घुसपैठ कर सकते हैं।
ये बात सही साबित हुई और सुबह 10 बजे पाकिस्तान की तरफ से दस F-16 विमान भारतीय सीमा में दाखिल हुए। इसके बाद भारतीय एयरफोर्स ने पूरी ताकत से रिस्पॉन्स किया और F-16 को टारगेट पर लिया। भारत का रिस्पॉन्स देखकर पाकिस्तानी एयरफोर्स के नौ F-16 वापस लौट गए।
एक F-16 भारतीय सीमा में काफी नीचे उड़ रहा था। उसने भारत के ऑयल डिपो, सेना के गोला-बारूद के एक पॉइंट और आर्मी ब्रिगेड के हेडक्वार्टर को टारगेट किया।
भारत का एक सुखाेई SU-30 और मिग-21 पाकिस्तानी जेट F-16 से भिड़ गए। इसे एयरफोर्स की भाषा में डॉग फाइट कहते है। दो भारतीय जेट ने F-16 को जाल में फंसा लिया। मिग-21 आगे की तरफ उड़ रहा था। वहीं बीच में F-16 था और सुखोई उसका पीछा कर रहा था। फायरिंग जारी थी। तभी F-16 ने दोनों के बीच से भागने की कोशिश की। इसे विंग ओवर कहा जाता है।
अब सुखोई ने F-16 का पीछा करना बंद कर दिया और ऑयल फील्ड को बचाने के लिए उसके ऊपर उड़ने लगा। वहीं मिग-21 में बैठे विंग कमांडर अभिनंदन ने एफ-16 का पीछा करना जारी रखा। एफ-16 भारतीय सीमा से बाहर निकल चुका था। ठीक तभी मिग-21 ने एफ-16 पर आर-73 मिसाइल को लॉन्च कर दिया।
10:08 बजे विंग कमांडर अभिनंदन की R-73 मिसाइल एकदम F-16 जेट पर जाकर लगी। इस वक्त अभिनंदन बेहद खतरनाक पैंतरेबाजी, जिसे हाई-जी-बैरेल रोल कहा जाता है, कर रहे थे। इस दौरान वो भी पाकिस्तान एरिया में आ चुके थे और जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल का निशाना बन गए थे।
मिग-21 को क्रैश होता देख अभिनंदन पैराशूट की मदद से इजेक्ट हो गए। जब वो पैराशूट से उतरे तो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के होरान गांव में थे। यहां स्थानीय लोगों ने उन्हें पहले बताया कि ये हिंदुस्तान है और फिर धोखे से पकड़ लिया। अभिनंदन को मारने-पीटने और नदी में घेरने के वीडियो भी सामने आए थे।
अभिनंदन के साथ पाकिस्तान में क्या हुआ, ये बाद में समझेंगे, पहले जान लेते हैं कि इस डॉग फाइट की नौबत क्यों आई थी।
आखिर ये सब हुआ क्यों?
14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला हुआ। हमारे 40 से अधिक जवान शहीद हुए। भारतीय वायु सेना के जांबाजों ने दो सप्ताह के भीतर 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक की। ऑपरेशन बंदर नाम से हुई इस सैन्य कार्रवाई में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप के करीब 200 आतंकी मारे गए।
इससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ था। ऐसे में 27 फरवरी को पाकिस्तानी विमान भारतीय सीमा में दाखिल हुए।
अभिनंदन ने कैसे गिराया हाईटेक F-16 विमान?
अभिनंदन ने साठ की दशक वाले मिग-21 से अमेरिका के आधुनिक हाईटेक F-16 विमान को गिरा दिया। इस बात की चर्चा पूरी दुनिया में हुई। दरअसल मिग-21 सोवियत संघ के जमाने का है जबकि एफ-16 फाइटर जेट दुनिया के आधुनिकतम फाइटर जेट कहलाते हैं। यही कारण है कि कई मीडिया रिपोर्ट्स में इन दोनों विमानों की तुलना मर्सिडीज और मारुति 800 से की गई।
इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक इन दोनों विमानों की फाइट 90 सेकेंड की थी।
कैसे थे वो 90 सेकेंड?
बालाकोट स्ट्राइक के बाद सीमा पर तनाव था। सुबह पौ फटने से पहले ही 12 पाकिस्तानी फाइटर जेट कश्मीर में भारत-पाक सीमा पर दिखाई दिए। इनमें अमेरिकी F-16, फ्रांस के मिराज और JF-17 फाइटर प्लेन शामिल थे। ये विमान लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर थे, लेकिन इन्हें अंदाजा नहीं था कि भारत का एयर डिफेंस सिस्टम हाई अलर्ट पर था। भारत के एयरबॉर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWAC) ने उन विमानों की जानकारी दे दी।
इसके बाद भारत के अवंतीपोरा, श्रीनगर और आस-पास के एयरफील्ड से हमारे विमान उड़े। इस दौरान पाकिस्तानी सेना के 12 विमानों के सबसे करीब हमारे मिग-21 ही थे। यहीं से वो 90 सेकेंड की कहानी शुरू हुई। मिग-21 को देखते ही पाकिस्तानी प्लेन से AMRAAM मिसाइलें दागी गईं।
ये मिसाइलें सिर्फ F-16 विमानों से ही दागी जाती हैं। बाद में इंडियन एयरफोर्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन मिसाइलों के पुर्जे भी दिखाए।
ये सब कुछ हवा में हो रहा था। तब पाकिस्तान का F-16 विमान 9000 फीट की ऊंचाई पर था और हमारा मिग-21, 15,000 फीट की ऊंचाई पर। भारत की ओर से जैसे ही विमान ने निशाना लगाने की कोशिश की, आधुनिक तकनीक वाला F-16 ऊपर की ओर बढ़ने लगा। कुछ ही सेकेंड में F-16 हमारे मिग-21 के लगभग 10,000 फीट ऊपर पहुंच गया।
रिपोर्ट बताती है कि ये सबसे चुनौतीपूर्ण समय था। इस दौरान एक गलत निर्णय पूरा रुख बदल सकता था। F-16 को अपने ऊपर देख मिग-21 ने 60 डिग्री के एंगल से फायर करने तैयारी कर ली। F-16 का पायलट कुछ समझ पाता, तब तक उसके विमान को मिग-21 से लॉन्च की गई रूसी मिसाइल Vympel R-73 टारगेट कर चुकी थी, लेकिन तब तक मिग-21 भी किसी दूसरे F-16 का निशाना बन गया। एक मिसाइल दागने के बाद ही मिग-21 से कोई संपर्क नहीं हो सका।
मिग- 21 की रेंज सिर्फ 1210 किलोमीटर की है जबकि F-16 की रेंज 4220 किलोमीटर की है। F-16 विमान, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल और हवा से जहाज तक मार करने वाली मिसाइल के साथ-साथ कई तरह के बम से लैस रहता है। इसमें रडार ऑन-बोर्ड भी होता है। मिग 21 को अपग्रेड जरूर किया गया था, लेकिन उसका डिजाइन अभी भी पुराना ही था। मिग 21 हर मामले में एफ-16 से पीछे ही साबित हो सकता था।
कहा गया कि ऐसा आज तक नहीं हुआ था कि मिग-21 से F-16 को मार गिराया गया हो, लेकिन जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन ने ऐसा कर दिखाया। इसके बाद अभिनंदन पैराशूट से नीचे उतरे तो वो PoK में थे।
अभिनंदन को सबसे पहले किसने देखा?
लगभग 15000 फीट की ऊंचाई पर मिग-21 के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद अभिनंदन पैराशूट से नीचे उतरे। उन्होंने जहां पर लैंड किया, वो होरान गांव था। ये गांव पाक अधिकृत कश्मीर के भिंबर जिले में आता है। यहां से बगल के गांव हुंडा के सरपंच मोहम्मद रजाक ने सबसे पहले विमानों के टकराने और फिर गिरने की आवाज सुनी थी। बीबीसी से बातचीत में उन्होंने बताया, ‘मैं चारपाई पर बैठा था और फोन पर किसी से बात कर रहा था। तभी मुझे आवाज सुनाई दी और फिर आसमान में काला धुआं दिखा। थोड़ी देर बाद आसमान में नारंगी रंग की लपटें उठीं और हमारी तरफ ही बढ़ने लगीं। हमें अंदाजा हो गया था कि ये विमान ही है। ’
रज्जाक बताते हैं कि मलबा उनके घर से एक किलोमीटर दूर एक घाटी में गिरा। वो कहते हैं, ‘अभी हम समझ ही रहे थे कि ये भारतीय विमान है या पाकिस्तानी, तब तक थोड़ी ही दूरी पर हवा में एक पैराशूट दिखा। मैंने अपने पड़ोसी अब्दुल रहमान को आवाज दी और हम पैराशूट की तरफ बढ़ गए।’
अब्दुल रहमान, इमरान खान की पार्टी पीटीआई के सदस्य भी हैं। अब्दुल बताते हैं, ‘मुझे लगा कि ये कोई पाकिस्तानी जवान हो सकता है, इसलिए मैं एक मग में पानी लेकर उस तरफ भागा। उसके शरीर पर पैराशूट था और वो एक पेड़ से टेक लेकर बैठा था।’ अब्दुल रहमान बताते हैं कि जब अभिनंदन ने पूछा कि ये कौन सी जगह है तो उन्होंने हिंदुस्तान बता दिया। वो कहते हैं, ‘उसने पिस्तौल निकाल ली और जमीन पर टेक लेकर बैठ गया। थोड़ी देर बाद उसने चिल्ला कर नारा लगाया, ‘जय हिंद ’ और फिर पिस्तौल अंदर कर दोनों हाथ हवा में उठाकर नारा लगाया, ‘काली माता की जय।’ ’
इसके बाद अब्दुल रहमान से अभिनंदन ने पानी मांगा और अपने पीठ पर आई चोट का जिक्र किया। इतने में वहां स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए थे। अभिनंदन की वर्दी से उन्हें पहचानने के बाद अचानक से भीड़ में से किसी ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया।
इतना सुन कर अभिनंदन चौकन्ना हो गए और हाथ के सहारे से उठ कर खड़े हो गए। उन्होंने एक हाथ में पिस्तौल ली और सामने कर दिया। इसके बाद जेब में हाथ डालकर एक कागज निकाला और उसे गोल करके निगल गए।
अभिनंदन ने दूसरा कागज निकाला। वो थोड़ा बड़ा था तो वो उसे निगल नहीं पाए। उन्होंने बंदूक सामने की तरफ तानी और उस कागज के बहुत छोटे-छोटे टुकड़े बनाकर फेंकना शुरू कर दिया।
रहमान बताते हैं, ‘हम सब उसके पीछे भागे, लेकिन उसके पास पिस्तौल थी। मेरे साथ गांव के कुछ और लोग भी उसका पीछा करने लगे। ’
अब्दुल रहमान के मुताबिक अभिनंदन विमान के मलबे की दिशा में भागे, मगर गांव के लोगों ने उन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। अभिनंदन भागते हुए एक पानी के सोते के पास पहुंचे और उसमें छलांग लगा दी। पानी कम था तो वो रुक कर पानी पीने लगे। अब्दुल रहमान कहते हैं, ‘मैंने भागते देख अपने पड़ोसी मोहम्मद रफीक को आवाज दी और उसे बंदूक लाने को कहा।’
इधर अभिनंदन तालाब में ग्रामीणों से घिर चुके थे। अभिनंदन का ग्रामीणों से घिरे रहने का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। उसमें कुछ पाकिस्तानी लड़के अभिनंदन को मार रहे थे और पाकिस्तानी सेना के जिंदाबाद का नारा लगा रहे थे। थोड़ी ही देर में वहां पाकिस्तानी फौज पहुंच गई थी। वो फायरिंग करते हुए पानी के भीतर गए और अभिनंदन को छुड़ाया।
ग्राम प्रधान रफीक वहीं मौजूद थे। वो बताते हैं, ‘अभिनंदन ने अपनी पिस्तौल फेंक दी और खुद को सेना के हवाले कर दिया। फौजियों ने उन्हें अपनी कार में बिठाया और साथ ले गए।’
इस घटना के कुछ ही घंटों बाद भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया और देश को बताया कि पाकिस्तान ने भारतीय सैनिकों के ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की। हमारी सेना तैयार थी, इसलिए कोशिश नाकाम हो गई।
उन्होंने बताया कि हमारे एरियल इंगेजमेंट में मिग-21 ने पाकिस्तानी विमान को गिरा दिया और पाकिस्तान में उनका गिरता हुआ विमान सेना के जवानों द्वारा देखा भी गया। इसके बाद उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश इस इंगेजमेंट में हमारा मिग विमान गिर गया और पायलट ‘मिसिंग इन एक्शन’ है, पाकिस्तान ने हमारे पायलट के हिरासत में होने का दावा किया है और हम उनके इस दावे की पड़ताल कर रहे हैं।
इसी बीच पाकिस्तान के एयरफोर्स ने अभिनंदन का एक वीडियो जारी किया जिसमें उनकी आंख पर पट्टी बंधी थी। थोड़ी ही देर बाद उसे डिलीट कर दिया गया।
शाम तक भारत के विदेश मंत्रालय से एक और प्रेस रिलीज जारी हुई। उसमें बताया गया कि मंत्रालय ने पाकिस्तान उच्चायुक्त से कुछ जरूरी सवाल पूछे। पाकिस्तानी सेना के भारत में घुसने का कड़ा विरोध जताया और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का हवाला देकर अभिनंदन की सुरक्षा को लेकर भी कड़ी टिप्पणी की। भारत ने पाकिस्तान से कहा कि अभिनंदन की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाए और ध्यान दिया जाए कि उन्हें कोई नुकसान न पहुंचे।
इस प्रेस रिलीज के तुरंत बाद ही शाम को पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के हिरासत में एक ही भारतीय पायलट है और उनके साथ सेना के आचार संहिता के हिसाब से व्यवहार किया जा रहा है।
क्या परमाणु युद्ध की नौबत आ गई थी?
बीते महीने से एक किताब ‘नेवर गिव एन इंच: फाइटिंग फॉर द अमेरिका आई लव’ की खूब चर्चा है। ये किताब लिखी है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समय विदेश मंत्री रहे माइक पोम्पियो ने। उन्होंने अपनी किताब में दावा किया है कि साल 2019 के फरवरी महीने में भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध छिड़ने की नौबत आ गई थी।
पोम्पियो लिखते हैं, वो रात मैं कभी नहीं भूल सकता। मैं उत्तर कोरिया के साथ बातचीत में था और भारत- पाकिस्तान कश्मीर की सीमा पर एक दूसरे को धमकाना शुरू कर चुके थे।’
उन्होंने लिखा है कि उस रात उन्हें भारत से उनके समकक्ष का फोन आया। फोन पर दूसरी तरफ से कहा गया, ‘पाकिस्तान ने परमाणु हमले की तैयारी कर ली है और भारत भी तैयारी शुरू करने पर विचार कर रहा है। मैंने उन्हें रोका और थोड़ा समय मांगा।’
इसके बाद पोम्पियो ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन के साथ बातचीत की और समाधान की कोशिशें शुरू हुईं।
उन्होंने लिखा है, ‘भारत से आए फोन के बाद मैंने पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद से बात की और स्थिति का अंदाजा लगाया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है बल्कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि भारत परमाणु हमला कर सकता है। हम कुछ ही समय में उन्हें भरोसा दिलाने में सफल रहे कि कोई भी देश परमाणु युद्ध की तैयारी नहीं कर रहा है। ’
अभिनंदन को कैसे छोड़ा गया?
28 फरवरी 2019 को ही पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान की संसद की एक संयुक्त बैठक बुलाई। जिसमें तय हुआ कि पाकिस्तान की सरकार अभिनंदन को रिहा करेगी। इमरान खान ने इस रिहाई को ‘जेस्चर ऑफ पीस’ बताया।
इसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी मीडिया से कहा कि उनकी सरकार ने शांति की इच्छा से विंग कमांडर अभिनंदन के रिहाई की घोषणा की है।
हालांकि कई मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि पाकिस्तान पर अमेरिका, चीन समेत कई बड़े देशों द्वारा अभिनंदन को छोड़ने का दबाव था।
इसके बाद 1 मार्च की भोर में अभिनंदन को बाघा-अटारी बॉर्डर पर ससम्मान लाया गया। वहां से सेना के अधिकारी उन्हें पहले अमृतसर ले गए। अभिनंदन को उसी दिन अमृतसर से दिल्ली ले जाया गया। वहां उनको हॉस्पिटल ले जाया गया। अभिनंदन के आंख पर चोट थी और एक हड्डी में भी चोट पाई गई। हालांकि उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं थी।
इसी बीच पाकिस्तान लगातार कहता रहा कि उसने युद्ध के दौरान F-16 का प्रयोग नहीं किया है। चूंकि अमेरिका ने पाकिस्तान को ये विमान इसी शर्त पर दिया है कि उसका प्रयोग सिर्फ रक्षा के लिए करना है, हमले के लिए नहीं।
इसके बाद दो मार्च को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी एफ-16 और भारतीय मिग-21 के हवाई झड़प के दस्तावेज और तस्वीरें दिखाईं। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान ने जिस AIM-120 AMRAAM मिसाइल का प्रयोग किया था उसे सिर्फ पाकिस्तान ही यूज करता है। भारतीय वायुसेना ने इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर के जरिए ये भी स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान ने F-16 का प्रयोग किया था।
कौन हैं अभिनंदन?
अभिनंदन वर्धमान तमिलनाडु के कांचीपुरम के रहने वाले हैं। इनके पिता रिटायर्ड एयर मार्शल और मां डॉक्टर हैं। अभिनंदन ने एनडीए की परीक्षा पास की और साल 2004 में फ्लाइंग ऑफिसर बनाए गए। वो पहले सुखोई-30 स्क्वाड्रन के पायलट थे। उसके बाद उन्हें मिग-21 स्क्वाड्रन में शामिल किया गया। अभिनंदन जब पाकिस्तान से लौटे तो उन्हें प्रमोशन दिया गया और वो ग्रुप कैप्टन बनाए गए। अभिनंदन को नवंबर 2021 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा वीर चक्र से नवाजा गया।