लखनऊ। अपर मुख्य सचिव नगर विकास डॉ. रजनीश दुबे के पीएस सचिवालय सेवा के विशंभर दयाल के आत्महत्या के प्रयास के मामले की जांच लखनऊ जोन की आइजी लक्ष्मी सिंह को सौंपी गई है। लक्ष्मी सिंह ने इस मामले में बेहद सक्रिय होकर बापू भवन के आठवें तल का निरीक्षण कर दस्तावेज को अपने कब्जे में लिया और सुसाइड नोट में पुलिस की प्रताड़नाके मामले में उन्नाव के एक इंस्पेक्टर तथा विवेचना कर रहे दारोगा को निलंबित कर दिया है।
लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती विशंभर दयाल की हालत गंभीर बनी है। कल ऑपरेशन के बाद उनकी कनपटी से गोली निकाली गई है।
अपर मुख्य सचिव नगर विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभाग रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल के खुद को गोली मारने में औरास थाने की पुलिस के उत्पीड़न करने की बात सामने आई है। विशंभर दयाल के स्वजन से जानकारी मिलने के बाद आइजी रेंज लक्ष्मी सिंह सोमवार देर शाम औरास थाने पहुंचीं और पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी, थाना प्रभारी से पूछताछ की।
वह करीब दो घंटे तक थाने में रुकने के बाद लखनऊ निकल गईं। इसके बाद आत्महत्या के प्रयास के इस मामले में आरोपों में घिरे औरास थाना प्रभारी हर प्रसाद अहिरवार और विवेचक तमीजुद्दीन को आईजी ने देर रात निलंबित कर दिया।
लखनऊ के मलिहाबाद थानाक्षेत्र के गुलालखेड़ा गांव के मूल निवासी विशंभर दयाल लखनऊ में ठाकुरगंज के रस्तोगी नगर में रहते हैं। उनकी बहन रामदेवी का विवाह औरास थानाक्षेत्र के बहादुरपुर खंझड़ी गांव निवासी सूरत के बेटे पप्पू से हुआ है। पप्पू का अपने चाचा बाबूलाल से जमीन का विवाद चल रहा है।
इस प्रकरण में बाबूलाल ने पप्पू के खिलाफ औरास थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में विशंभर दयाल के स्वजन ने लखनऊ पुलिस को बताया कि रिश्तेदारों की थाने में सुनवाई न होने पर उन्होंने थाना प्रभारी से बात की थी जिसकी 28 अगस्त की काल रिकार्डिंग भी मिली है। इसके बाद से वह काफी तनाव में थे।
इसी बीच सोमवार दोपहर उन्होंने लखनऊ के बापू भवन के आठवें तल पर लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। इसी जानकारी के बाद आइजी देर शाम औरास थाने पहुंची थीं। उन्होंने एसपी अविनाश पांडेय से वार्ता कर रिपोर्ट देने को कहा और लखनऊ चली गईं। देर रात रिपोर्ट पर उन्होंने यह कार्रवाई की।
गौरतलब है कि अपर मुख्य सचिव नगर विकास नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभाग के निजी सचिव विशंभर दयाल ने सोमवार दोपहर खुद को गोली मार ली। उन्हेंं गंभीर हालत में लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। लोहिया संस्थान में गठित डाक्टरों की टीम ने घायल निजी सचिव विशंभर दयाल का चार घंटे तक आपरेशन किया। आपरेशन के दौरान सिर में फंसी गोली तो निकाल दी गई है, लेकिन अभी स्थिति नाजुक बनी हुई है। उन्हेंं आइसीयू में शिफ्ट किया गया है।
डोरी में लगी थी रिवाल्वर पास में पड़ा था मोबाइल फोन
डीसीपी सेंट्रल डा. ख्याति गर्ग ने बताया कि दोपहर एकाएक अपर मुख्य सचिव के कक्ष से गोली चलने की आवाज सुनते ही पड़ोस के दफ्तर में काम कर रहे एक निजी सचिव उनके कक्ष में पहुंचे। कक्ष में खून से लथपथ हालत में विशंभर दयाल पड़े थे। उन्होंने तत्काल उच्चाधिकारियों और पुलिस को सूचना दी।
इसके बाद विशंभर दयाल को गंभीर हालत में लोहिया ले जाया गया। सूचना पर इंस्पेक्टर हुसैनगंज दिनेश कुमार विष्ट, एसीपी हजरतगंज राघवेंद्र मिश्र समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। निजी सचिव ने कनपटी पर सटा कर खुद को गोली मारी है। रिवाल्वर में डोरी लगी थी। इस लिए संभावना है कि रिवाल्वर उनकी लाइसेंसी है। घटना की विभिन्न बिंदुओं पर पड़ताल की जा रही है।