लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधासभा चुनाव को लेकर सभी सियासी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं, लेकिन लगता है कि यूपी कांग्रेस अभी पार्टी के अंतर्कलह से उबर नहीं पाई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सोमवार को रायबरेली में दूसरे दिन का कार्यक्रम रद्द कर अचानक दिल्ली लौट गईं। इस पर पूर्व कांग्रेसी और पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
सत्यदेव त्रिपाठी ने लिखा, अमेठी की प्रभारी बनकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने जो परिणाम राहुल गांधी को दिया था, उसकी पुनरावृति 2022 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सुनिश्चित करने में जुटी हैं। बता दें कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी अमेठी की प्रभारी थीं और राहुल गांधी यह चुनाव भाजपा की कैंडिडेट स्मृति इरानी से हार गए थे।
सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा- कांग्रेस का सगंठन खत्म हो चुका है
सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा कि ,जो कुछ लिखा है, सोच-समझ कर लिखा है। मेरे पर पार्टी और संगठन का एक लंबा अनुभव है। जो संगठन यूपी में खड़ा किया गया था, प्रियंका गांधी जी ने उसे पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। अब जमीनी लड़ाई लड़ने के लिए कोई संगठन बचा ही नहीं है, तो फिर चुनाव कैसे लड़ेगे और जीतेंगे?
अजय सिंह लल्लू को लेकर पुराने कांग्रेसी नाराज
सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा कि “मैं ही नहीं सभी पुराने कांग्रेसी इस बात को मानते हैं कि यूपी में पार्टी की अजय लल्लू को देने से पार्टी का नुकसान हुआ है। तमाम पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता इससे बेहद असंतुष्ट और नाराज हैं, लेकिन कार्रवाई के डर से मुंह नही खोल रहे हैं। अब मुझे कोई डर नहीं है, लिहाजा मैं डंके की चोट पर सच कह सकता हूं।”
पार्टी को बचाने के लिए सोनिया गांधी को लिख चुके हैं चिट्ठी
सत्यदेव त्रिपाठी पहले भी कई मौकों पर पार्टी और प्रियंका पर सवाल उठा चुके हैं। पार्टी इनके खिलाफ कार्रवाई भी कर चुकी है। कोविड काल के दौरान ‘बस पॉलिटिक्स’ पर भी सत्यदेव त्रिपाठी ने पार्टी को कटघरे में खड़ा किया था। इतना ही सोनिया गांधी को पत्र भी लिखकर परिवार के मोह से ऊपर उठकर काम करने की सलाह दी थी। सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वालों में 2 प्रमुख नेता पूर्व सांसद संतोष सिंह और पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी शामिल थे।