लखनऊ। गुजरात और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रहे न्यायमूर्ति अंशुमान सिंह का 85 साल की उम्र में सोमवार को प्रयागराज में निधन हो गया। 28 वर्षो तक बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करने के बाद जस्टिस अंशुमान सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज के रूप में भी सेवाएं दी थीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुजरात और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) अंशुमान सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
न्यायमूर्ति अंशुमान सिंह के निधन से प्रयागराज में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। सभी लोग नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनकी आत्मा को शांति देने की प्रार्थना कर रहे हैं। मुख्य न्यायाधीश के अलावा राजस्थान व गुजरात के राज्यपाल रहे अंशुमान सिंह प्रयागराज में स्टैनली रोड स्थित अपनी सुमित्रानंदन पंत कोठी में पत्नी चंद्रावती सिंह और छोटे बेटे अधिवक्ता वरुण सिंह के साथ रहते थे। करीब साल भर से उनकी पत्नी चंद्रावती की भी तबीयत खराब चल रही है।
राजस्थान हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वो गुजरात और राजस्थान के राज्यपाल बनाए गए थे। आज शाम को प्रयागराज में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पिछले साल कोरोना के कारण चल रहे लॉकडाउन के दौरान भी अंशुमान सिंह चर्चा में आए थे, जब उन्होंने अमेरिका से आए बेटे को एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया था।
गौरतलब हो कि अंशुमान सिंह ने कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के बीच सावधानी की मिसाल पेश की थी। लॉकडाउन के दौरान अमेरिका से घर आ रहे अपने बड़े बेटे अरुण सिंह को उन्होंने चेन्नई एयरपोर्ट से ही वापस कर दिया था, ताकि वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जारी की गई गाइडलाइन का पालन हो सके।