नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने अमेरिकी व्यवसायी जॉर्ज सोरोस से दोस्ती को लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि सोरोस या उनके किसी फाउंडेशन से कभी एक पैसा नहीं लिया ना मांगा।
क्यों देनी पड़ी सफाई?
दरअसल, थरूर को यह सफाई उनको अपने ही 15 साल पुराने पोस्ट को लेकर देनी पड़ी। थरूर का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट काफी वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने सोरोस की खूब तारीफ की है। 26 मई 2009 को किए इस पोस्ट में थरूर ने लिखा, ‘मैं पुराने मित्र जॉर्ज सोरोस से मिला जो भारत को लेकर काफी उत्साहित हैं और पड़ोसियों को लेकर भी उनके मन में जिज्ञासा थी। वो एक निवेशक से कहीं ज्यादा आगे हैं और विश्व के लिए चिंतित नागरिक हैं।’ अपने स्पष्टीकरण में थरूर ने साफ किया कि अमेरिकी निवेशक जॉर्ज सोरोस सामाजिक अर्थों में मित्र थे। उन्होंने कहा कि हालांकि मैं उनसे आखिरी बार न्यूयॉर्क में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के आवास पर मिला था, जब पुरी राजनयिक थे। उन्होंने कहा कि तब मैं विदेश राज्य मंत्री के रूप में यूएन का दौरा कर रहा था।
थरूर ने कहा कि पुरी ने तब मुझे डिनर पर चर्चा के लिए बुलाया था जहां कई प्रमुख अमेरिकी आमंत्रित थे। उन्होंने कहा कि मैं तब से सोरोस के संपर्क में नहीं हूं। पुराने संबंधों का अब कोई राजनीतिक अर्थ नहीं बचा है।
ट्रोल फैक्ट्री स्पष्टीकरण नहीं समझेगी
हालांकि, कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी नई पोस्ट पंद्रह साल पुराने पोस्ट पर लगाए गए बेतुके आरोपों को स्पष्ट करेगी। उन्होंने ये भी कहा कि मुझे पता है कि ट्रोल फैक्ट्री कैसे काम करती है और यह जानते हुए भी मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि ऐसा नहीं होगा।