मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले शहीद लेफ्टिनेंट आकाश चौधरी का परिवार धरने पर बैठ गया है। परिजनों ने आकाश की प्रतिमा लगवाने, एक सरकारी नौकरी और शहीद के नाम पर सड़क बनवाने की मांग की है। लेफ्टिनेंट आकाश असम में देर रात ड्यूटी पर पेट्रोलिंग के दौरान हुए हादसे में शहीद हो गए थे। आकश का शव मेरठ लाया जाएगा।
दरअसल लेफ्टिनेंट आकाश असम में देर रात ड्यूटी पर पेट्रोलिंग के दौरान हुए हादसे में शहीद हो गए। शहीद आकाश का शव मेरठ में लाया जाएगा, जहां पर उसका पूर्ण राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार होगा। मुजफ्फरनगर जनपद के भोरा कलां थाना क्षेत्र के गांव अलावलपुर माजरा का निवासी करीब 24 वर्षीय आकाश चौधरी सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर पासिंग आउट से निकला था और उसको पहली पोस्टिंग असम में ही मिली थी।
गुरुवार रात को अपने साथियों के साथ पेट्रोलिंग पर थे आकाश
आकाश के परिजनों को सेना की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि वह गुरुवार की रात्रि में अपने साथियों के साथ नियमित पेट्रोलिंग पर था। ऊंचे पहाडी इलाके में पेट्रोलिंग करते हुए आकाश असंतुलित होकर काफी नीचे गिर गया था बाद में उसकी मौत हो गई। आकाश की शहादत की खबर शुक्रवार दोपहर के समय गांव में पहुंची तो शोक छा गया। कुछ दिन पहले ही आकाश सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित हुआ था। वह अपने पिता चौधरी कंवर पाल का इकलौता पुत्र थे।
वर्तमान में मेरठ में रह रहा है आकाश का परिवार
शहीद लेफ्टिनेंट आकाश के पिता चौधरी कंवर पाल चीनी मिल में तैनात हैं और वर्तमान में मेरठ में रह रहे हैं। शहीद आकाश रालोद नेता व पूर्व राज्य मंत्री चौधरी योगराज सिंह व भाजपा के वरिष्ठ नेता जयदेव सिंह बालियान का परिवारिक भतीजा था।