प्रयागराज गैंगरेप-मर्डर केस में कई सवाल बाकी, पुलिसिया कार्रवाई पर संदेह

प्रयागराज। फाफामऊ स्थित गोहरी गांव में एक ही परिवार के 4 लोगों की 21 नवंबर की रात हत्या कर दी गई थी। इस हत्या की जानकारी लोगों को 25 नवंबर को होती है। पुलिस ने इस रेप और सामूहिक हत्याकांड में प्रेमनगर गांव के आरोपी पवन सरोज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

पुलिस पवन के एक साथी गंगे को भी आरोपी मान रही है। वारदात के बाद से गंगे फरार है, उसकी लोकेशन पुणे में मिली है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही गंगे को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हालांकि, पुलिस की इस पूरी कार्रवाई पर सवाल भी उठ रहे हैं। गंगे के घरवालों का कहना है कि पुलिस ने फर्जी तरीके से उसे फंसाया है।

गांव वालों ने पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की है। कहा कि गंगे दीपावली के बाद गांव से पुणे चला गया था, फिर वे किस तरह से दोषी है।
गांव वालों ने पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की है। कहा कि गंगे दीपावली के बाद गांव से पुणे चला गया था, फिर वे किस तरह से दोषी है।

मां बोलीं, दो महीने पहले ही चला गया था गंगे
बुधवार को मीडिया ने गंगे के गांव प्रेमनगर पहुंचकर उनकी मां से बात की। गांव वालों ने बताया कि पुलिस गंगे के घर मंडरा रही है। पुलिस के डर की वजह से मां का शरीर कांप रहा था। मां दुरपा देवी (70 साल) ने कहा कि गंगे ही उसके बुढ़ापे का सहारा है। गंगे दो महीने पहले गांव से पुणे चला गया था।

वहीं, गंगे के पड़ोस की रहने वाली नीमा कुमारी, बिंदेश्वरी ने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि गंगे दीपावली के बाद गांव से पुणे चला गया था, फिर वे किस तरह से दोषी है। उसे भी फर्जी फंसाया जा रहा है।

लोगों ने कहा कि रात में पुलिस किसी के भी घर पर दबिश डाल दे रही है, रात में हम लोग सो नहीं पा रहे हैं। आखिर गरीब की ही बस्ती में क्यों ऐसा हो रहा है? बाकी जगह क्यों नहीं किया जा रहा है। पुलिस को यदि जांच करनी है तो कम से कम रात में परेशान न करें।

क्या था पूरा मामला
प्रयागराज के फाफामऊ थाना क्षेत्र के मोहनगंज फुलवरिया गोहरी गांव में एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या कर दी गई। मृतकों में पति (50), पत्नी (45), बेटी (17) और बेटा (10) शामिल हैं। बेटी का शव निर्वस्त्र पाया गया था। वहीं, मां के कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। 25 नवंबर को इस घटना की जानकारी लोगों को हुई थी। इस पूरी घटना को लेकर मृतक के भाइयों ने गांव के ही ठाकुर परिवार पर आरोप लगया था। वहीं, पुलिस की ओर से ठाकुर परिवार के 11 लोगों को नामजद भी किया था।

शव से आने लगी थी बदबू
हत्याकांड को लेकर लोग तरह-तरह की बात कर रहे हैं। पुलिस का भी मानना था कि शव से बदबू आ रही थी और वह फूल गए थे। आसपास पड़ा खून काला पड़ गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस के अनुसार दलित परिवार की हत्या 21-22 नवंबर की आधी रात की गई थी।

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