नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पत्र को लेकर तंज कसा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ जनता तमाम परेशानियों से गुजर रही है और प्रधानमंत्री जी अपने पत्र में कहते हैं कि उनकी सरकार ने उपलब्धियों वाला काम किया है। अगर छह सालों में इनते ही बेहतर कार्य हुए होते तो उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के भानु प्रकाश को आत्महत्या का रास्ता नहीं अपनाना पड़ता। उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी पीठ थपथपाने के बजाय जनता की जरूरतों की ओर ध्यान देना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, “एक दुखद घटना में उत्तर प्रदेश के भानु गुप्ता ने ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली। काम बंद हो चुका था। इस शख्स को अपना और माता जी का इलाज कराना था। सरकार से केवल राशन मिला था लेकिन इनका पत्र कहता है और भी चीजें तो खरीदनी पड़ती हैं। और भी जरूरतें होती हैं। ये पत्र शायद आज एक साल के जश्न वाले पत्र की तरह ‘गाजे बाजे के साथ’ आपके पास न पहुंचे लेकिन इसको पढ़िए जरूर।” उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में बहुत सारे लोग आज इसी तरह कष्ट में हैं लेकिन सरकार अपना ही बखान करने में व्यस्त है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के मैगलगंज कस्बे में रेलवे लाइन पर कटे शव की जेब में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें लिखा था “मैं यह सुसाइड गरीबी और बेरोजगारी की वजह से कर रहा हूं। गेहूं-चावल सरकारी कोटे से मिलता है पर चीनी, पत्ती, दूध, दाल, सब्जी, मिर्च, मसाले परचून वाला अब उधार नहीं देता।
लॉकडाउन बराबर बढ़ता जा रहा है। नौकरी कहीं नहीं मिल रही। जिससे मैं अपना खर्च उठा सकूं या इलाज करा सकूं।” रेलवे पुलिस ने उस शव को पोस्टमार्टम के लिए शाहजहांपुर सेंटर भेज दिया। बाद में उक्त शव की पहचान मैगलगंज की नई बस्ती निवासी भानु प्रकाश गुप्ता के रूप में हुई, जिसने बीते 29 मई को आत्महत्या की थी।