फर्रुखाबाद। फर्रुखाबाद जिले की सेंटर जेल फतेहगढ़ में आजीवन कारवास की सजा काट रहे बंदी ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज कानपुर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। डॉक्टरों के अनुसार वह मुंह के कैंसर से पीड़ित था।
जिला जालौन के थाना नदीगांव के ग्राम मऊ के रहने वाले बिल्लू जाटव (44) को हत्या के एक मामले में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश जलोंन ने एक फरवरी 2006 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद जानलेवा हमला करने में भी बिल्लू को झांसी न्यायालय ने सजा सुनाई। बिल्लू को 29 मई 2017 को न्यायालय के आदेश पर सेंट्रल जेल फतेहगढ़ में भेजा गया। जहां उसे मुंह का कैंसर हो गया।
जेल अधिकारियों की घोर लापरवाही के चलते उसे समय पर इलाज नहीं मिल सका। जब उसकी हालत मरणासन्न हो गई तो उसे 28 मई 2020 को जेल वार्डन कमालुद्दीन और प्रदीप सिंह मेडिकल कॉलेज कानपुर लेकर पहुंचे। मेडिकल कॉलेज में भर्ती बिल्लू ने असहनीय पीड़ा के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
प्रधान जेल वार्डन कमालुद्दीन ने बंदी के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की सूचना फतेहगढ़ सेंट्रल जेल के अधीक्षक को दी। इसके बाद भी जेल अधिकारी हरकत में नहीं आये।