लॉस एंजेल्स। फ़ाइज़र फ़ार्मा कंपनी सितंबर में कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए हज़ारों मनुष्यों पर परीक्षण करेगी। फ़ाइज़र कंपनी के सी ई ओ एलबर्ट बूरला ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा है कि कंपनी तब तक वैक्सीन निर्माण कार्य में जुटी रहती है, तो मानव परीक्षण ज़रूरी हैं। कंपनी इस समय वैक्सीन से संबंधित डाटा जुटाने में लगी है।
उन्होंने कहा कि फ़ाइज़र इन दिनों कोरोना वैक्सीन के विभिन्न चार विविध रूपों के बारे में डाटा जुटाने के साथ उन पर परीक्षण में भी लगी है। वह यह देखने में भी लगी है कि वैक्सीन का ऐसा कौन सी रचना है जो जून जुलाई तक टिकी रहेगी। इनमें से जिस रूप रचना में सफलता मिलती है, कंपनी सितंबर में मनुष्य परीक्षण में जुट जाएगी। विदित हो, कोरोना संक्रमण समय के साथ साथ अपने रूप और रचना में बदलाव ला रहा है।
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फ़ाउंडेशन वैक्सीन : इस फ़ाउंडेशन की सह-अध्यक्ष मेलिंडा ने उम्मीद जताई है कि उनकी ओर से किए जा रहे प्रयासों में उनके वैज्ञानिक इस साल के अंत तक वैक्सीन विकसित करने में सफल हो जाएँगे। उन्होंने कहा कि उनके वैज्ञानिक सफल हो भी जाते हैं, तो वैक्सीन की अरबों डोज़ तैयार करने में बहुत वक़्त लगेगा। इसके लिए काम से काम सात अरब डोज़ बनानी पैड सकती हैं।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन तैयार करने में गंभीरता से जुटी अमेरिका की मोडरेना और ब्रिटेन की आक्सफ़ोर्ड कंपनियों के वैज्ञानकों के कार्यों को वह समीप से देख समझ रही है। उधर मोडरेना कंपनी ने कहा है कि वह वैक्सीन तैयार करने में सफल भी हो जाएँ, तो थोड़े समय में अरबों डोज़ तैयार किया जाना मुश्किल है।