जम्मू। देश के उत्तरी हिस्से में सर्दी का सितम जारी है। जम्मू-कश्मीर में पिछले एक हफ्ते से भारी बर्फबारी जारी है। यहां 24 घंटे में 6 फीट तक बर्फ गिर चुकी है। बर्फ के वजन से घरों की छतें तक गिरने लगी हैं। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर बर्फ की मोटी परत जम गई है। इसके चलते हाईवे पर शुक्रवार को पांचवें दिन भी यातायात ठप रहा।
इधर, अरब सागर के दक्षिण पूर्व हिस्से में बने चक्रवात का असर देश के अधिकतर हिस्से में दिख रहा है। राजस्थान में शुक्रवार को पूरे दिन कोहरा छाया रहा। यहां रविवार से शीतलहर चलने का अनुमान है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी पारा गिरेगा। हरियाणा और बिहार में भी मकर संक्रांति से पहले अच्छी ठंड पड़ने की उम्मीद है।
जयपुर में दिन भर कोहरा-शीतलहर
राजस्थान की राजधानी जयपुर में कोहरे के चलते सूर्योदय-सूर्यास्त का अंतर ही मिट गया। हवा में नमी का लेवल 100% रहा। बादल छाए रहे और ठंडी हवाओं से गलन का अहसास रहा। शाम होने के बाद सर्दी और बढ़ गई।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटे बादल छाए रहने के आसार हैं। रविवार से शीतलहर चलने पर रात का तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरने का अनुमान लगाया गया है। गुरुवार की तुलना में शुक्रवार को दिन का पारा 5 डिग्री लुढ़ककर 16.4 डिग्री हो गया। यह सामान्य से 6 डिग्री कम रहा।
भोपाल में रात से रुक-रुककर हुई बारिश
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवार रात से रुक-रुककर बारिश होती रही। शुक्रवार काे लगातार दूसरे दिन काेहरा छाया रहा। सुबह 6:30 से 8 बजे तक विजिबिलिटी 600 से 800 मीटर रही। रात के तापमान में 1.4 डिग्री इजाफा हुआ। यह सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा 15.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, दिन का तापमान 27.6 डिग्री दर्ज किया गया। काेहरा और बादल छाए रहने के बावजूद दिन के तापमान में 0.5 डिग्री की गिरावट हुई। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, रविवार से ठंड बढ़ेगी। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में भी अगले दो दिन में ठंड बढ़ने के आसार हैं।
हरियाणा में बारिश के बाद कोहरा
राज्य में ठंड फिर बढ़ने लगी है। जनवरी का पहला हफ्ता बिना पाला जमे ही निकल गया, ऐसा अमूमन कम ही होता है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका बड़ा कारण पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बरसात होना है। हरियाणा के नारनौल में तापमान 9.5 डिग्री रहा, जो सामान्य से 5 डिग्री ज्यादा रहा। भिवानी में 7.2 डिग्री, अम्बाला में 10.5 डिग्री, सिरसा में 7.1 डिग्री, रोहतक में 9.4 डिग्री तापमान रहा।
ठंड का सबसे ज्यादा असर हिसार जिले में दिख रहा है। यहां रात का पारा 4.4 डिग्री पर आ गया है, जो कि सामान्य से 2 डिग्री कम है। हिसार शिमला से भी 1.8 डिग्री ठंडा रहा। शिमला में रात का पारा 6.2 डिग्री दर्ज हुआ।
रांची में 40 साल में पहली बार जनवरी में पारा 17
रांची में मौसम ने 40 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 1980 के बाद जनवरी 2021 में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री पहुंचा। 40 साल के इतिहास में रांची में 1 से 7 जनवरी तक न्यूनतम पारा 17 डिग्री ही रहा।मौसम विज्ञान केंद्र रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, इसकी वजह पश्चिमी विक्षोभ है।
पटना में रात का पारा सामान्य से ऊपर
मौसम विभाग के मुताबिक इस बार मकर संक्रांति से पहले तापमान में गिरावट आएगी, जिससे मौसम सर्द हो जाएगा। पटना सहित बिहार के अधिकांश हिस्से में पिछले 6 दिन से बादल छाने की वजह से दिन के साथ ही रात का पारा भी सामान्य से ऊपर रहा।
शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री ऊपर 27.2 डिग्री, वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से 8 डिग्री ऊपर 14.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसकी वजह से सुबह और देर रात हल्की ठंड, तो दिन में गर्मी का अहसास हुआ। यह स्थिति 10 जनवरी तक रहने के आसार हैं। इसके बाद तापमान में गिरावट आएगी।
छत्तीसगढ़ में दो दिन बाद ठंड बढ़ने के आसार
प्रदेश में 11 जनवरी से ठंड बढ़ने के आसार हैं। इस दौरान रात का तापमान 5 से 6 डिग्री तक गिरने की संभावना है। करीब एक हफ्ते तक पारा कम रहेगा। इससे पहाड़ी इलाकों में ठंड लौटेगी, जबकि मैदानी इलाकों में हल्की ठंड पड़ने की संभावना है। पश्चिम विक्षोभ के कारण दक्षिण-पूर्वी दिशा से आ रही हवा काफी नम है। इसलिए प्रदेश के ज्यादातर जिलों में आसमान पर बादल छाए हुए हैं। 11 जनवरी से बादल छंटते ही रायपुर, बिलासपुर व बस्तर संभाग में ठंड बढ़ेगी। सरगुजा संभाग में 12 से मौसम खुलेगा और ठंड बढ़ेगी।
पंजाब में 3 दिन गिरेगा पारा, 11-12 को कड़ाके की सर्दी
पंजाब में हवाएं चलने से रात का पारा गिरेगा और दिन में भी ठंडक बढ़ेगी। तीन दिन मौसम में बदलाव रहेगा। कई जगह बूंदाबांदी के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार 11-12 जनवरी से दोबारा कड़ाके की सर्दी जोर पकड़ेगी। बठिंडा 8 डिग्री के साथ सबसे ठंडा रहा, जबकि पटियाला में 8.6 और अमृतसर में 10.0 डिग्री पारा रिकॉर्ड हुआ। दिन का पारा सबसे ज्यादा मोहाली में 22.5 डिग्री रहा।
गुजरात में रात का पारा चढ़ा, लेकिन दिन में ठिठुरन बढ़ी
अरब सागर से गुजरात के ऊपर समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर साइक्लोनिकल सर्क्युलेशन के सक्रिय होने से सूरत सहित पूरे दक्षिण गुजरात में माैसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। शुक्रवार शाम बादल छाने से विजिबिलिटी 3 किमी से भी कम रह गई। शहर में अगले दो दिनों तक बादल छाए रहेंगे।
मौसम में मौजूदा बदलाव के कारण दिन के तापमान में दो डिग्री की गिरावट आई। हालांकि रात का तापमान एक डिग्री बढ़ गया। इससे दिन में ठंडक और रात में गर्मी लगी। 11 जनवरी से फिर ठंडक का दौर शुरू होगा। अगले दो दिन दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में सामान्य बारिश हो सकती है।
माैसम बदलने की वजह
अरब सागर के दक्षिण पूर्व हिस्से में चक्रवात बना है। इस वजह से अरब सागर से नमी आ रही है। इसी से 0.9 किमी ऊंचाई तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इसी वजह से कई जगह बारिश हो रही है, तो वहीं बादलों के चलते रात का पारा बहुत ज्यादा नहीं गिर पाया है।