वनडे सीरीज हारने के बाद टीम इंडिया ने टी-20 सीरीज की शुरुआत जीत के साथ की। पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 11 रन से शिकस्त दी। मैच एक समय ऑस्ट्रेलिया के पाले में जाता दिख रहा था, लेकिन हार्दिक पंड्या ने एरॉन फिंच (35) और संजू सैमसन ने स्टीव स्मिथ (12) का शानदार कैच लेकर मैच पलट दिया।
ऑस्ट्रेलिया को ओपनर फिंच और डी’आर्की शॉर्ट ने 56 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप कर शानदार शुरुआत दी थी। इसके बाद युजवेंद्र चहल ने फिंच और स्टीव स्मिथ (12) को आउट कर बड़ा झटका दिया। इससे ऑस्ट्रेलिया संभल ही रही थी कि डेब्यू मैच खेल रहे टी नटराजन ने ग्लेन मैक्सवेल (2) और डी’आर्की शॉर्ट (34) को आउट कर मिडिल ऑर्डर ढेर कर दिया। आखिर में नटराजन ने मिचेल स्टार्क (1) को क्लीन बोल्ड किया।
टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने डाइव लगाकर स्टीव स्मिथ का शानदार कैच लपका।
स्मिथ ने पिछली वनडे सीरीज में भारत के खिलाफ 2 शतक लगाए थे। इस टी-20 में उन्हें 12 रन पर युजवेंद्र चहल ने सैमसन के हाथों कैच आउट कराया।
भारत के दिए 162 रन के टारगेट का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच ने सबसे ज्यादा 35 रन की पारी खेली।
तेज गेंदबाज टी नटराजन का यह डेब्यू टी-20 रहा। मैच में उन्होंने 3 विकेट लिए। नटराजन ने ग्लेन मैक्सवेल (2), डी’आर्की शॉर्ट (34) और मिचेल स्टार्क (1) को पवेलियन भेजा।
हवा में डाइव लगाकर पंड्या ने फिंच और सैमसन ने स्मिथ का कैच लपका। ऑस्ट्रेलिया इन झटकों से उबर नहीं पाई और मैच गंवा दिया।
टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज लोकेश राहुल ने 40 बॉल पर सबसे ज्यादा 51 रन की पारी खेली। उन्होंने एक छक्का और 5 चौके जड़े।
टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। ओपनर शिखर धवन एक रन बनाकर मिचेल स्टार्क की बॉल पर क्लीन बोल्ड हो गए।
आखिर में रविंद्र जडेजा ने 23 बॉल पर ताबड़तोड़ 44 रन की पारी खेली। उन्होंने भी एक छक्का और 5 चौके जड़े। वे 19वें ओवर में चोटिल हो गए थे। उन्हें हैम-स्ट्रिंग की शिकायत हुई।
भारतीय कप्तान विराट कोहली का खराब फॉर्म जारी है। वे 9 रन बनाकर आउट हुए। करियर का दूसरा मैच खेल रहे मिचेल स्वेप्सन ने उन्हें पवेलियन भेजा।
फिंच का कैच लेने के बाद कोहली ने पंड्या को गले लगाया। साथ में खड़े स्पिनर युजवेंद्र चहल ने 4 ओवर में 25 रन देकर 3 विकेट लिए। चोटिल जडेजा की जगह चहल को कन्कशन सब्सटिट्यूट के तौर पर शामिल किया था।
टी-20 सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर खास तौर पर डिजाइन की गई स्वदेशी जर्सी पहनकर उतरे थे। यह जर्सी 1868 की ऑस्ट्रेलियाई टीम को सम्मान देने के लिए तैयार की गई। इसे आंटी फियोन क्लार्क और कॉर्टनी हेगन ने डिजाइन किया।