कोलकाता। टालमटोल के बाद रविवार से आखिरकार पश्चिम बंगाल सरकार ने पेट्रोपोल से सटी भारत-बांग्लादेश सीमा को खोल दिया है। लॉकडाउन के बाद भारत-बांग्लादेश के बीच अति जरूरी सामानों की आपूर्ति के लिए बड़ी संख्या में ट्रक भेजे गए थे, जिसमें ऐसे समान भी थे जो अधिक समय तक अगर पड़े रहें तो खराब हो सकते थे।
केंद्र के निर्देश के बावजूद पश्चिम बंगाल सरकार ने दोनों देशों की सीमाएं सील रखी थीं। इसे लेकर केंद्रीय गृह सचिव ने राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को एक चिट्ठी भी लिखी थी और भारत बांग्लादेश के बीच मधुर संबंधों का जिक्र करते हुए जल्द से जल्द सीमा खोलने का निर्देश दिया था।
बावजूद इसके पश्चिम बंगाल सरकार ने करीब पखवाड़े पखवाड़े तक सीमा बंद रखी है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी लगातार ममता सरकार पर सवाल खड़ा कर रही थी। अब उत्तर 24 परगना के जिलाधिकारी ने पेट्रापोल लैंड ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी को चिट्ठी लिखी है। इसमें भारत बांग्लादेश सीमा के बीच ट्रकों की आवाजाही शुरू करने का निर्देश दिया है। चिट्ठी में 100 चालकों की एक टीम तैयार करने को कहा गया है, जिन्हें स्टैंडबाई पर रखा जाएगा।
भारत-बांग्लादेश के बीच आने जाने वाले ट्रकों का अगर कोई भी चालक कोरोना पॉजिटिव निकलता है तो उसकी जगह स्टैंडबाई चालकों में से किसी एक को भेजा जाएगा। प्रोटेक्टिव सूट पहनकर सामान उतारना होगा और स्वास्थ्य प्रावधानों का ख्याल रखना होगा। चिट्ठी की प्रति केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी भेज दी गई है।