लखनऊ। बंथरा इलाके में सोमवार को बोरिंग के काफी गहरे गड्ढे में गिरे कुत्ते को निकालने उतरा बुजुर्ग किसान जहरीली गैस की चपेट में आकर बेसुध हो गया। जानकारी होने पर परिजनों ने आसपास के लोगों की मदद से उसे किसी तरह बाहर निकाला और घटना की सूचना पुलिस को दी। बाद में गंभीर हालत में किसान को पास के एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बंथरा के मेमौरा गांव निवासी किसान ननकऊ धानुक 73 के पास के ही गांव ननकी खेडा में खेत हैं और वह खेतों पर ही ट्यूबवेल के बगल टीन शेड डालकर अपनी पत्नी मुन्नी देवी के साथ रहता था। जबकि उसका बड़ा बेटा नौमीलाल, मंदबुद्धि छोटे भाई भगवानदीन के अलावा अपने परिवार सहित मेमौरा स्थित घर में रहते हैं।
ननकऊ ने ट्यूबेल पर ही एक कुत्ता भी पाल रखा था। बताते हैं कि सोमवार सुबह मुन्नी अपने गांव वाले घर पर चली गई और उसका मंदबुद्धि बेटा भगवान दीन अपने पिता के पास ट्यूबवेल पर पहुंच गया। इसी बीच ननकऊ का कुत्ता ट्यूबवेल के करीब 25 फिट गहरे गड्ढेे में गिर गया। कुत्ते को गड्ढेे में गिरते देख ननकऊ भी उसे निकालने के लिए गड्ढे में उतर गया, लेकिन गड्ढे में बनी जहरीली गैस की चपेट में आकर वह वही बेसुध होकर गिर पड़ा। काफी देर बाद जब मुन्नी घर से खेत पर पहुंची तो उसके मंदबुद्धि बेटे भगवानदीन ने उसे बताया कि काफी देर पहले गड्ढे में उतरे ननकऊ अब तक बाहर नहीं निकले हैं। बेटे से जानकारी पाकर जब मुन्नी ने गड्ढेे में झांक कर देखा तो ननकऊ बेसुध हालत में पड़ा था।
गड्ढे के अन्दर का नजारा देखते ही मुन्नी चीखने चिल्लाने लगी। उसकी चीख पुकार सुनकर तमाम ग्रामीण वहां पहुंचे और ननकऊ को बेसुध हालत में किसी तरह बाहर निकाला। जबकि कुत्ता जीवित हालत में सही सलामत मिला। बाद में उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को देने के साथ ही ननकऊ को पास के निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
साहसी मुकेश ने निकाला वृद्घ को
गड्ढे में जहरीली गैस होने के कारण ननकऊ को बाहर निकालने के लिए कई ग्रामीणों ने गड्ढेे के अंदर उतरने की कोशिश की, लेकिन वह अंदर नहीं उतर सके। बल्कि उन्होंने घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही गांव का 25 वर्षीय मुकेश रावत साहस दिखाते हुए गड्ढे में उतर गया। बाद में ग्रामीणों की मदद से मुकेश ने रस्सी के सहारे बेसुध पड़े ननकऊ को गड्ढेे से बाहर निकलवाया।