जौनपुर से पूर्व सांसद धनंजय सिंह को बरेली सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया है. इस दौरान जेल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे. धनंजय सिंह के जेल से बाहर आते ही समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. जिसके बाद धनंजय सिंह दर्जनों गाड़ियों के काफिले के साथ बरेली से जौनपुर की ओर रवाना हो गए हैं.
धनंजय सिंह के जेल से बाहर आने के बाद उनके समर्थक ख़ुशी से झूम उठे, जिसके बाद धनंजय सिंह दर्जनों गाड़ियों के काफिले के साथ जौनपुर के लिए रवाना हो गए हैं. जेल में देर रात उनकी रिहाई का परवाना पहुंचा था, जिसके बाद आज सुबह वो जेल से बाहर आ गए.
बाहर आते ही दिया बड़ा बयान
बुधवार सुबह जेल से रिहा होने के बाद बाहर आते ही उन्होंने कहा कि मुझे फर्जी मुकदमे में सजा हुई. मेरी पत्नी चुनाव लड़ रही हैं. मैं सीधे अपने क्षेत्र में जाऊंगा. इसके बाद वह अपने जौनपुर के लिए रवाना हो गए.
उनकी सजा पर रोक नहीं लगाई
धनंजय सिंह अपहरण और जबरन वसूली मामले में जेल में बंद थे, जिसके बाद बीते शनिवार को ही इलाहाबाद हाईकोर्ट से इस मामले में ज़मानत मिली है. कोर्ट से ज़मानत मिलने के बाद आज धनंजय सिंह को बरेली सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया. हालांकि कोर्ट ने उनकी सजा पर रोक नहीं लगाई है.
जेल से बाहर आने के बाद भी धनंजय सिंह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे क्योंकि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनकी सज़ा पर रोक नहीं लगाई है. धनंजय सिंह छह मार्च से जौनपुर की जेल में बंद थे, जिसके बाद शनिवार को ही उन्हें जौनपुर से बरेली की सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था, जिसके बाद उन्हें एंबुलेंस से बरेली ले जाने की तस्वीरें भी सामने आई थीं. हालांकि इसी दिन उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत भी मिल गई.
धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला जौनपुर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान हैं. उन्हें बहुजन समाज पार्टी ने टिकट दिया है. उनके खिलाफ भाजपा ने यहां से महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह को उतारा है. वहीं सपा से बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है कुशवाहा मायावती सरकार में मंत्री थे और एक घोटाले में जेल में भी रह चुके हैं.