बरेली। घर से भागकर निकाह करने वाले प्रेमियों के खिलाफ सुन्नी बरेलवी मसलक की सबसे बड़ी आला हजरत दरगाह से बड़ा पैगाम जारी हुआ है। ऐसे प्रेमी युगल का निकाह अब दरगाह से जुड़े किसी भी मदरसे या मस्जिदों में नहीं पढ़ाया जाएगा। इस बाबत दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां के नाम से एक पोस्टर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दरगाह आला हजरत में बरेली समेत आसपास के जिलों से तमाम प्रेमी युगल हाजिरी देने के लिए आते हैं। इसके साथ ही वह दरगाह से जुड़े लोगों से निकाह पढ़ाने की मांग भी करते हैं। लगातार बढ़ रही शिकायतों के कारण दरगाह प्रमुख ने घर छोड़कर आने वाले प्रेमी युगल का निकाह पढ़ाने में पाबंदी लगाई है।
दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा खां कादरी की अगुवाई में चलने वाले तहरीके तहफ्फूज सुन्नियत (टीटीएस) संगठन के कार्यकारिणी सदस्य परवेज नूरी ने बताया कि दरगाह प्रमुख की ओर से एक पोस्टर तैयार किया गया है। इसमें लिखा है कि दरगाह आला हजरत के एहाते दारुल उलूम मंजरे इस्लाम, रजा मस्जिद, अफ्रीकी हॉस्टल, इनसे जुड़े कार्यालय में और यहां के स्टाफ के जरिए कोई निकाह नहीं पढ़ाया जाता है।
खासकर घर से भाग कर आए लड़का-लड़की का निकाह पढ़ाने पर पूरी तरह से पाबंदी है। पोस्टर में यह भी लिखा है कि दरगाह से जुड़े मदरसे, मस्जिद या अन्य कार्यालयों में निकाह पढ़ाने का झूठा इल्जाम लगाने वालों के खिलाफ दरगाह की ओर से कानूनी कार्रवाई भी कराई जाएगी।