बहराइच। फास्टटैग को अपडेट कराने के बहाने भाजपा नेता से मोबाइल में टीम व्यूवर अपलोड कराकर दो लाख पचास हजार रूपये का ठगी करने वाले साइबर अपराधियों को साइबर सेल व देहात कोतवाली की संयुक्त टीम ने शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस के सामने अपना जुर्म स्वीकार किया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रविवार को मीडिया के सामने पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
जिले में साइबर अपराधी सक्रिय है। वह किसी न किसी तरीके से लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनके खाते से रूपये निकाल ले रहे है। भाजपा नेता श्रवण शुक्ला को भी साइबर अपराधियों ने फास्ट टैग अपडेट कराने के जाल में फंसाकर दो लाख पचास हजार रूपये ठग लिए। भाजपा नेता ने इसकी शिकायत देहात कोतवाली में की।
एसपी विपिन मिश्रा ने साइबर सेल प्रभारी निखिल श्रीवास्तव को खुलासा करने की जिम्मेदारी सौंपते हुए देहात कोतवाली की संयुक्त पुलिस के साथ टीम गठित की। साइबर सेल प्रभारी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि बंजारी मोड़ के पास तीन युवक संदिग्ध दिख रहे है। सूचना पर पहुंचकर युवकों से पूछताछ शुरू करते हुए सब भागने लगे।
घेराबंदी कर पुलिस ने दबोच लिया। इनकी पहचान सत्यम पुत्र निवासी थाना जिला रायबरेली, चंदन बाजपेई निवासी थाना जिला रायबरेली व संजय प्रकाश के रूप में हुई। तीनों के पास से ठगी के पांच हजार रूपये बरामद हुए। पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया। इसमें अभी कई अपराधी वांछित भी है। जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
ये है फंसाने का तरीका
साइबर सेल प्रभारी ने बताया कि यह लोग अंदाजे से मोबाइल नंबर पर फोन मिलाते है और फास्टटैग को अपडेट कराने के बहाने से टीम व्यूवर अपलोड कराके पैसे को अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लेते है।
क्या है टीम व्यूवर
यह एक ऐसा ऐप है। जिसको डाउनलोड कराने के बाद इसका नंंबर बताने पर कही पर भी बैठा आदमी आपकी मोबाइल को खुद चला सकता है। आपसे ही जानकारी लेकर आपका ही एकांउट खाली कर देता है।