ढाका। पूरी दुनिया उन वैज्ञानिकों की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रही है, जो कोरोना वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। लोग टीवी-अखबार पर नजर गड़ाए हुए हैं कि कहीं से कोई वैक्सीन को लेकर कोई अच्छी खबर मिल जाए। फिलहाल दुनिया के कई देशों में वैक्सीन पर काम चल रहा है। कई देशों में टीका बनाने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। चीन में भी टीका बनाने का काम चल रहा है और उसने तो सितंबर तक वैक्सीन लांच करने की बात कही है। अब तो चीन बांग्लादेश में कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल करने जा रहा है। बांग्लादेश ने इसकी मंजूरी दे दी है।
बांग्लादेश दक्षिण एशिया का सबसे ज़्यादा जन घनत्व वाला देश है और यहां कोरोना का संक्रमण तेज़ी से बढ़ रहा है। बांग्लादेश में कोरोना के अभी 204,525 मामले हैं और तीन हजार के करीब लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। चीन की सिनोवैक बायोटेक वैक्सीन के ट्रायल के लिए बाहर के लोगों को खोज रहा था ताकि उन पर ट्रायल करके वैक्सीन का प्रभाव देख सके। फिलहाल उसे बांग्लादेश से मंजूरी मिल गई है।
बांग्लादेश में सिनोवैक के तीसरे चरण के ट्रायल की पुष्टि कोविड-19 पर बनी एक कमिटी के सदस्य ने भी की है। द इंटरनेशनल सेंटर फोर डिजीज रिसर्च बांग्लादेश ने कहा है कि अगले महीने से इसका ट्रायल शुरू होगा।
बांग्लादेश मेडिकल रिसर्च काउंसिल के निदेशक महमूद जहान ने कहा, ”हमने रिसर्च प्रोटोकॉल की समीक्षा के बाद चीन को सैद्धांतिक रूप से अनुमति दे दी है। 4,200 लोग ट्रायल में शामिल होने के लिए आवेदन करेंगे और इनमें से आधे को वैक्सीन दी जाएगी। यह ट्रायल ढाका से सात कोविड 19 अस्पतालों में किया जाएगा।”
इसके अलावा सिनोवैक ब्राजील में भी इस हफ्ते तीसरे चरण का ट्रायल करने जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोविड 19 से बचाव के लिए 150 से भी ज्यादा वैक्सीनों की जांच चल रही है। इनमें से 17 इंसानों पर परीक्षण के चरण में हैं। वहीं रूस ने वैक्सीन बनाने का दावा किया है। अगस्त में वह लांच करने की तैयारी में है।
इसके अलावा अमेरिका ने भी उम्मीद जतायी है कि इस साल के अंत तक उसे कोरोना की वैक्सीन मिल जायेगी। इसके अलावा ऑक्सफोर्ड भी वैक्सीन की रेस में आगे चल रहा है।