बाइक बोट घोटाला मामला: UP STF ने आरोपी बीएन तिवारी को लखनऊ से किया गिरफ्तार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड व निजी चैनल के मालिक बीएन तिवारी को लखनऊ में गोमतीनगर विस्तार क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। तिवारी पर 50 हजार का इनाम घोषित था। 2 महीने से STF समेत कई टीमें उसकी तलाश में लगी थी। पुलिस ने उसके एक आवास की कुर्की भी की थी। STF अभी तक इस मामले में 9 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। बाइक बोट घोटाला 3500 करोड़ का है।

क्या है पूरा मामला
साल 2019 में बाइक बोट घोटाला सामने आया था। गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड नाम की कंपनी ने बाइक बोट नाम से एक पौंजी स्कीम लांच की थी। लोगों को आश्वासन दिया गया था कि एक बाइक की कीमत 62 हजार रुपए देने होंगे। सालभर 9,765 रुपए प्रतिमाह रिटर्न मिलेगा।

इस तरह देशभर के लोगों से ठगी हुई। इस मामले में करीब साढ़े पांच सौ मुकदमे दर्ज हैं। ED अलग से जांच कर रही है। यह केस CBI को जाने की संभावना है। साल-2019 में बाइक बोट घोटाले में नोएडा में दर्ज हुए 56 मुकदमों की जांच 14 फरवरी 2020 से EOW मेरठ कर रही है। इस मामले में 13 आरोपी जेल जा चुके हैं, जबकि सात आरोपी फरार हैं।

आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों पर 25 हजार रुपए का इनाम था, जो अब बढ़ाकर 50 हजार कर दिया है। ये सभी गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के डायरेक्टर हैं। इनमें मेरठ के कंकरखेड़ा निवासी संजय भाटी की पत्नी दीप्ति बहल, भाई सचिन भाटी निवासी लोनी गाजियाबाद समेत किरनपाल निवासी डिफेंस कॉलोनी गंगानगर मेरठ, रेखा रानी व उसके पति रविंद्र कुमार निवासी जालंधर, ललित निवासी मैदीपुर मवाना मेरठ और भूदेव निवासी बहलीमपुरा बुलंदशहर शामिल हैं।

ये हो चुके हैं गिरफ्तार
बाइक बोट कंपनी का मालिक संजय भाटी, संजय गोयल, विजयपाल कसाना, विनोद कुमार, विशाल कुमार, हरीश कुमार, राजेश यादव, राजेश भारद्वाज, विनोद, पुष्पेंद्र, सुनील, आदेश भाटी और सुनील कुमार फिलहाल जेल में हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here