नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार हर दिन एक नए रिकॉर्ड के साथ नई उंचाई पर बंद हो रहा है। अब यह आगे यहां से 20-25% और बढ़ सकता है। ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस CLSA ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी निफ्टी का लक्ष्य 18,800 रखा है। पर इसके साथ ही यह भी कहा कि यह लक्ष्य लंबी अवधि में पूरा होगा।
निकट समय में 14 हजार का लक्ष्य
विश्लेषकों के मुताबिक अगर प्राइस स्ट्रक्चर टेक्निकल इंडीकेटर्स के साथ चलते हैं तो निकट समय में निफ्टी 14 हजार के लेवल को पार कर सकता है। हालांकि इस दौरान निवेशकों को थोड़ा बहुत मुनाफा वसूली करनी चाहिए। बता दें कि भारतीय शेयर बाजार में पिछले चार साल में सबसे कम लेवल इसी साल मार्च में देखा गया था।
23 मार्च को सेंसेक्स 26 हजार के नीचे चला गया था। भारी बिकवाली और कोरोना ने बाजार की गिरावट में काफी योगदान किया। निफ्टी इस समय 7,511 पर चला गया था। तब से निफ्टी में 80% की तेजी दिखी है।
अर्थव्यवस्था खुलने का असर
जून-जुलाई से देशों की अर्थव्यवस्था खुलने और कोरोना की कमी से आर्थिक गतिविधियों में तेजी दिखी है। मार्च के निचले स्तर से भारतीय बाजार 80% तो बढ़े हैं, साथ ही अर्थव्यवस्था में भी लगातार सुधार आ रहा है। जितने भी इंडीकेटर्स हैं सभी में पॉजिटिव सुधार हैं। दरअसल जनवरी से कोरोना की वैक्सीन आने वाली है। ऐसे में सभी देशों की अर्थव्यवस्थाओं में तेजी आने के आसार हैं। ऐसा हुआ तो फिर शेयर बाजार भी तेजी में आएंगे।
हालांकि अभी भी बाजार की तेजी एक रिकॉर्ड ही है। 2021 में ब्रोकरेज हाउसों का मानना है कि बाजार में अभी की तुलना में 25% की तेजी आ सकती है।
दूसरी तिमाही में सुधार
वैसे दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार आया है। वस्तु एवं सेवा कर (GST) जैसे टैक्स कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपए के पार हैं। एडवांस टैक्स तीसरी तिमाही में 59% बढ़ा है। ऐसे में यह संकेत मिल रहे हैं कि देश की इकोनॉमी सही पटरी पर जा रही है। पिछले 6-8 महीनों में निवेशकों ने बाजार से अच्छे खासे पैसे बनाए हैं। इस दौरान क्वालिटी वाले शेयरों में तेजी तो रही है बिना क्वालिटी वाले शेयरों में भी अच्छी तेजी रही है।