चीन से फैला कोरोना वायरस देखते-देखते दुनिया के 70 से अधिक देशों में फैल चुका है। भारत में इस वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। देश में अब तक कोरोनावायरस के 31 मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें से 14 भारतीय हैं। मामले बढ़ने की ख़बरों के साथ ही लोगों में चिंता भी लगातार बढ़ती ही जा रही है। लोग ख़ुद को और अपनों को कोरोनो वायरस से बचाने के लिए मास्क और सेनेटाइज़र ख़रीदने दुकानों पर पहुंच रहे हैं। दरअसल, कोरोना वायरस से बचने के लिए बार-बार हाथ धोने की सलाह दी जा रही है और भीड़भाड़ वाले इलाक़ों में जाने से बचने के लिए कहा जा रहा है। सेनेटाइज़र 99.9% किटाणुओं को मारने का दावा करते हैं और ऐसे में लोग ज़्यादा सेनेटाइज़र खरीदने लगे हैं। वहीं, लोगों का ये भी मानना है कि वो मास्क लागकर ऑफिस, स्कूल या बाज़ार जाते वक्त संक्रमण से बच सकते हैं।
लेकिन, अचानक से मास्क और सेनेटाइज़र की मांग बढ़ने की वजह से लोगों को मास्क और सेनेटाइज़र मिलने में दिक्कत हो रही है। दुकानदारों के मुताबिक पिछले तीन दिनों में अचानक बिक्री बढ़ गई है। बात अगर दिल्ली की करें तो केजरीवाल सरकार ने कोरोना से निपटने की तैयारी के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल के अलावा 18 सरकारी और 6 प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना के लिए तैयार किया जा रहा है। साथ ही केजरीवाल सरकार ने दावा किया कि सरकार के पास N-95 मास्क की कोई कमी नहीं है। दिल्ली सरकार 3.50 लाख से ज्यादा एन 95 मास्क बांटने की व्यवस्था की है। 8 हजार सेपरेशन किट का इंतजाम किया है।