रियाद: सऊदी अरब ने बिना परमिट के बिना हज करने की कोशिश करने वालों के लिए कानून कड़े कर दिए हैं। अधिकारियों ने घोषणा की है कि बिना परमिट के लोगों को हज करने वाले व्यक्ति पर 50 हजार रियाल (करीब 11 लाख भारतीय रुपए) का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही नियमों का उल्लंघन करने पर छह महीने की जेल भी हो सकती है।
अधिकारियों ने कहा है कि जुर्माना निवासियों और आगंतुकों दोनों पर लागू होगा। सजा पूरी होने के बाद ऐसा करने वालों को 10 साल के लिए देश से निष्कासित भी कर दिया जाएगा। ऐसे लोगों के 10 साल तक देश में दोबारा प्रवेश करने पर प्रतिबंध रहेगा।
सऊदी सरकार की ओर से यह कदम इस साल के हज से पहले व्यवस्था को सुचारू बनाने के एक बड़े प्रयास के तौर पर उठाया गया है। हज और उमरा मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि आवश्यक परमिट प्राप्त किए बिना हज करना अवैध है और कोई भी ऐसी कोशिश ना करे। हज दुनिया की सबसे बड़ी तीर्थयात्राओं में से एक है। इस साल दुनियाभर से करीब 19 लाख लोगों के हज के लिए सऊदी पहुंचने की उम्मीद है। कोरोना महामारी के दौरान हज के लिए आने वालों की तादाद काफी घट गई थी लेकिन अब फिर से आने वालों की संख्या में बढोतरी आई है।
सऊदी ने हज को लेकर जो कदम उठाए हैं, उनमें से एक के तहत बिना प्रवेश परमिट वाले लोगों को 15 मई से पवित्र शहर मक्का में प्रवेश करने पर भी रोक लगा दी गई है। सऊदी किंगडम ने नुसुक प्लेटफॉर्म को ऑनलाइन पेश करके आवेदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने का भी प्रयास किया है। सऊदी सरकार ने हज से जुड़ी ज्यादातर सुविधाएं ऑनलाइन कर दी हैं।
इस साल हज के लिए भारत से एक लाख, 39 हजार लोग सऊदी अरब जाएंगे। देशभर से लोगों ने हज के लिए आवेदन किया था। इनमें से लॉटरी सिस्टम के जरिए 1,39054 हाजियों का नाम हज यात्रा के लिए चुना गया। करीब 35 हजार लोग निजी रूप से भी हज पर जाएंगे। भारत और सऊदी की सरकारों के बीच हाल ही में द्विपक्षीय हज समझौता हुआ है। इसके तहत हज 2024 के लिए भारत से कुल 1,75,025 हाजियों का कोटा हुआ है। इसमें भारतीय हज समिति के माध्यम से 1,40,020 सीटें आरक्षित की गई हैं। हज ग्रुप संचालकों के माध्यम से 35,005 हाजी सऊदी जा सकते हैं।