नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को सदन में हंगामा कर रहे विपक्षी दलों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि सदस्य अपने आचरण और व्यवहार में मर्यादाओं का ध्यान रखें, अन्यथा आसन को सख्त कार्रवाई के लिए विवश होना पड़ेगा।
सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के सदस्य पेगासस मामले, पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए आसन के समीप आ गए। विपक्षी सदस्य हाथ में तख्तियां लिए हुए नारेबाजी कर रहे थे। इस बीच कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी अपनी बात रख रहे थे, किंतु शोरगुल जारी रहा।
अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों को वापस अपनी सीट पर लौटने को कहा, किंतु नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों ने इसे अनसुना कर दिया। इससे नाराज होकर बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों को कड़ी चेतावनी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें सदन की गरिमा बनाए रखनी है।
उन्होंने बीते बुधवार को सदन में हुए अमर्यादित आचरण की ओर इशारा करते हुए कहा कि आसन के प्रति कल जो आचरण हुआ, वह अनुचित था। सदस्य अपने आचरण और व्यवहार में मर्यादाओं का ध्यान रखें। आगे उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि स्वस्थ परंपरा टूटी तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद बिरला ने बैठक 11:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
उल्लेखनीय है कि बीते बुधवार को विपक्षी सदस्यों ने आसन की ओर कागज के टुकड़े उछाले थे। इससे नाराज अध्यक्ष ने ऐसे सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई का संकेत दिया था। किंतु, सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आज सदन की कार्यवाही शुरु होने से पहले अध्यक्ष बिरला से मुलाकात कर कल की घटना के लिये खेद जताया और कार्रवाई न करने का आग्रह किया।