बिहार रेजीमेंट के जवानों की बहादुरी के कायल हुए पीएम, की जमकर तारीफ

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ग्रामीण कामगारों के लिए गरीब कल्याण रोजगार अभियान लॉन्च किया लेकिन इस दौरान भी भारत-चीन टकराव की बातें उनके दिमाग में चल रही थी। मोदी ने कहा, “बिहार रेजिमेंट की वीरता पर सभी को गर्व है। प्रत्येक बिहारी को इस पर बहुत गर्व है।” उन्होंने रोजगार अभियान शुरू करने के दौरान यह बात कही, जिसमें बिहार एक प्रमुख लाभार्थी होगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस आयोजन में शामिल हुए।

लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन की हिंसक झड़प में बड़ी संख्या में बिहार रेजिमेंट के जवान शहीद और घायल हुए, इस रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल बी. संतोष बाबू भी शहीद हुए।

50,000 करोड़ रुपये की इस योजना का मकसद अपने गांव लौटे प्रवासी कामगारों को आजीविका के अवसर प्रदान करना है।

वीडियो कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार ने कहा, “लॉकडाउन के दौरान, मैंने राज्य लौटकर आए विभिन्न जिलों के मजदूरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत की। मुझे एहसास हुआ कि वे काम के लिए कहीं और नहीं जाना चाहते हैं।”

प्रवासी संकट राज्य में भाजपा-जदयू गठबंधन के लिए एक राजनीतिक सिरदर्द के रूप में उभरा, जहां इस साल के आखिर में चुनाव होना है। इस योजना से बहुत से सामाजिक-आर्थिक चिंताओं को दूर किए जाने की उम्मीद है।

कोरोना महामारी के मद्देनजर घर वापसी करने वाले कम से कम 25,000 प्रवासी श्रमिक बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों में लाभान्वित होंगे।

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