लखनऊ। यूपी के लखीमपुर जिले की गोला गोकर्णनाथ सीट पर बीजेपी के अमन गिरी ने अपने निकटमम प्रतिद्वंदी सपा के विनय तिवारी को 34,298 वोटों से हरा दिया है। यह सीट अमन के पिता और यहां से विधायक रहे अरविंद गिरी के निधन से खाली हुई थी। जाहिर है अमन के लिए तो यह जीत महत्वपूर्ण है ही, बीजेपी को भी यूपी में विधानसभा के पिछले आम चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी को चुनावी मैदान में पटखनी पर पटखनी देते चले जाने का बड़ा सुख मिला है।
गोला गोकर्णनाथ की जीत से ही यह सवाल भी यूपी की सियासी फिजा में तैरने लगा है कि आजमगढ़ और रामपुर संसदीय सीट पर जून 2022 में हुए उपचुनाव से शुरू हुआ सपा की हार का सिलसिला कहीं गोला गोकर्णनाथ से होते हुए 5 दिसम्बर को होने वाले मैनपुरी लोकसभा और रामपुर विधानसभा सीट तक कायम तो नहीं रहेगा? यदि मैनपुरी और रामपुर में गोला गोकर्णनाथ जैसी स्थिति बरकरार रही तो इससे समाजवादी पार्टी और खासकर अखिलेश यादव की राजनीति को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है।
वजह ये कि मैनपुरी और रामपुर दोनों सीटें समाजवादी पार्टी का गढ़ रही हैं। मैनपुरी संसदीय सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई है जबकि रामपुर विधानसभा सीट हेट स्पीच मामले में आजम खां को तीन साल के सजा सुना दिए जाने के चलते। सजा सुनाए जाने के बाद विधानसभा से आजम खां की सदस्यता समाप्त कर दी गई है। मैनपुरी लोकसभा सीट पर पिछले 33 साल से मुलायम सिंह यादव का कब्जा रहा।
वह कभी खुद तो कभी परिवार या पार्टी के किसी सदस्य को यहां से चुनाव जिताते रहे। मैनपुरी में उपचुनाव की घोषणा के साथ ही ‘यादव लैंड’ में सरगर्मियां तेज हो गई है। अखिलेश ने अभी तक प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है लेकिन माना जा रहा है वह तेज प्रताप यादव को यहां से टिकट देना चाहते हैं।
उधर, शिवपाल सिंह यादव ने भी अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। मैनपुरी की हवाओं में यह चर्चा भी फैली हुई है कि शिवपाल खुद या अपने बेटे आदित्य को यहां से मैदान में उतारना चाहते हैं जबकि यादव परिवार उन्हें तेज प्रताप के समर्थन के लिए मनाने की कोशिश कर रहा है।
अखिलेश के लिए अपने पिता के निधन से खाली हुई सीट पर प्रत्याशी तय करना इतना आसान नहीं है। उनके लिए यह विरासत की जंग है। जबकि जेपी के लिए यह सपा को गढ़ में मात देने का बड़ा मौका है। आजमगढ़ और रामपुर संसदीय सीटों पर एतिहासिक जीत से उसके हौसले बुलंद हैं और इसीलिए इस बार वो मैनपुरी और रामपुर विधानसभा सीट को भी अपने पाले में लाने के लिए पूरी ताकत झोंकेगी।
सपा को झटके पर झटका दे रही भाजपा
उत्तर प्रदेश के चुनावी मैदान में भाजपा, सपा को झटके पर झटका दे रही है। गोला गोकर्णनाथ की जीत के बाद भाजपा खेमे में जश्न का माहौल है वहीं समाजवादी पार्टी कैंप में खामोशी छा गई है। इस सीट के लिए तीन नवंबर को हुए मतदान के बाद सभी की निगाहें नतीजों पर लगी हुई थी। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी का सीधा मुकाबला था। कांग्रेस और बसपा मैदान से बाहर रहीं। इस वजह से मुकाबला न सिर्फ कड़ा हो चला था बल्कि इसमें दोनों दोनों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लग गई थी।
भाजपा ने उतारे थे 40 स्टार प्रचारक
भाजपा ने चुनाव में 40 स्टार प्रचारक उतारे तो समाजवादी पार्टी ने बेहद शांत तरीके से जनसंपर्क अभियान चलाया। रविवार को 32 वें राउंड तक मतगणना में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अमन गिरी को 1,24,810 और समाजवादी पार्टी के विनय तिवारी को 90,512 वोट मिले।
भाजपा ने या चुनाव 34298 वोट से जीत लिया है। इस चुनाव में भाजपा और सपा के अलावा पांच अन्य उम्मीदवार भी थे। जीत के बाद लखीमपुर मतगणना स्थल से लेकर अमन गिरी के घर तक भाजपा खेमे में जश्न का माहौल है। चुनाव जीतने के बाद भाजपा विधायक अमन गिरि ने अपनी जीत का श्रेय जनता और पार्टी को दिया और कहा कि उनके पिता के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।