नई दिल्ली। बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष हरिशंकर सिंह के बतौर अध्यक्ष काम करने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया है। बीसीआई ने हरिशंकर सिंह की ओर से 14 मार्च के बाद दिए गए सभी आदेशों के अनुपालन पर भी रोक लगा दिया है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश बार काउंसिल ने सचिव रामजीत सिंह को 72 लाख रुपये के घोटाला मामले में निलंबित कर दिया था। इस घोटाले की जांच हाई कोर्ट के पूर्व जज ने की थी और अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। उसी रिपोर्ट के आधार पर रामजीत सिंह को निलंबित कर दिया गया, लेकिन उ.प्र. बार काउंसिल के अध्यक्ष हरिशंकर सिंह ने बिना काउंसिल की अनुमति के रामजीत सिंह को 15 मार्च को पद पर बहाल करने का आदेश जारी कर दिया।
बीसीआई ने हरिशंकर सिंह की जगह देवेन्द्र मिश्रा नाग्राहा को प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया है। बीसीआई ने ये आदेश यूपी बार काउंसिल के कुछ सदस्यों की शिकायत के बाद लिया है। यूपी बार काउंसिल के सदस्यों ने बीसीआई से हरिशंकर सिंह की शिकायतें की थी। बीसीआई ने हरिशंकर सिंह को कारण बताओ नोटिस भेजकर 10 दिन के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया है।