नई दिल्ली। पैसों की जरूरत पड़ने पर लोग आमतौर पर पर्सनल लोन लेते हैं। लेकिन ये लोन मिलना भी आसान नहीं होता है। बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (NBFC) किसी भी व्यक्ति को लोन देने से पहले आवेदक की कई बातों पर गौर करते हैं। अगर इनमें से कुछ भी सही नहीं होता है तो आपका आवेदन रिजेक्ट हो सकता है। हम आपको ऐसी ही 5 बातों के बारे में बता रहे हैं जिन पर आपका लोन अप्रूवल निर्भर करता है।
सिबिल स्कोर अच्छा होना जरूरी
सिबिल स्कोर से व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री का पता चलता है। पर्सनल लोन के मामले में बैंक आवेदक का सिबिल स्कोर जरूर देखते हैं। क्रेडिट स्कोर कई खास क्रेडिट प्रोफाइलिंग कंपनियों की तरफ से तय किया जाता है। इसमें यह देखा जाता है कि आपने पहले लोन लिया है या क्रेडिट कार्ड आदि का इस्तेमाल किस प्रकार किया है।
किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर रीपेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट इस्तेमाल का अनुपात, मौजूदा लोन और बिलों के समय पर पेमेंट से पता चलता है। यह स्कोर 300-900 की रेंज में होता है, लेकिन 700 या उससे ज्यादा के स्कोर को कर्जदाता अच्छा मानते हैं।
बहुत ज्यादा अप्लाई न करें
पर्सनल लोन देने वाले बैंक या नॉन‑बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन (NBFC) आपकी एप्लीकेशन मंजूर करने से पहले आपकी क्रेडिट हिस्ट्री चेक करते हैं। ऐसे में अगर आपने कई बैंकों में अप्लाई कर रखा है तो भी आपका आवेदन रिजेक्ट हो सकता है। इसलिए लोन के लिए एक साथ कई बैंकों में या बहुत ज्यादा आवेदन करने से बचें।
फिक्स ऑब्लिगेशन टू इनकम रेश्यो का रखें ध्यान
जब हम बैंक में लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो बैंक फिक्स ऑब्लिगेशन टू इनकम रेश्यो (FOIR) भी देखता है। इससे पता चलता है कि आप हर महीने लोन की कितने रुपए तक की किस्त दे सकते हैं। FOIR से पता चलता है कि आपकी पहले से जा रही ईएमआई, घर का किराया, बीमा पॉलिसी और अन्य भुगतान मौजूदा आय का कितना फीसदी है।
अगर लोन दाता को इन सब पर होने वाला मासिक खर्च आपकी सैलरी के 50% तक लगता है तो वह आपकी लोन एप्लिकेशन को रिजेक्ट कर सकते है। इसीलिए यह भी ध्यान रखें की आपकी EMI की रकम इससे ज्यादा न हो।
जल्दी-जल्दी नौकरी बदलना पड़ सकता है महंगा
यदि आप जल्दी-जल्दी नौकरी बदलते हैं तो ये भी आपके पर्सनल लोन के आवेदन के लिए सही नहीं है। बार-बार नौकरी बदलने को अस्थिर करियर का संकेत माना जाता है और इसलिए ऐसे व्यक्तियों को पर्सनल लोन देना थोड़ा रिस्की माना जाता है। इससे लोन मिलने की संभावना कम हो जाती है।
संबंधित बैंक में अप्लाई करना रहेगा सही
अगर आपकी रेगुलर इनकम नहीं है या क्रेडिट स्कोर खराब है तो आपको इसी बैंक में लोन के लिए आवेदन करना चाहिए जहां आपका अकाउंट या फिक्स्ड डिपोजिट (FD) हो। अगर आप उसी बैंक से लोन ले लिए अप्लाई करते हैं तो लोन मिलना आसान हो सकता है।