लखीमपुर-खीरी। नेपाली नागरिकों के द्वारा गौरीफंटा बॉर्डर पर हुए भारी हंगामे के बाद आखिरकार गुरुवार को भारत सरकार की पहल पर करीब तीन हजार नेपाली नागरिकों में से बड़ी संख्या में नेपाली नागरिकों को उनके वतन भेज दिया गया है। इस दौरान नेपाली नागरिकों में नेपाल सरकार के विरुद्ध खासी नाराजगी दिखी, हालांकि अभी करीब 600 नेपाली नागरिक भारत के संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटर में हैं।
भारत के तमाम राज्यों में रोजी रोटी के लिए आए नेपाली श्रमिक लॉक डाउन के चलते अपने वतन वापसी के लिए भारत नेपाल सीमा पर इकट्ठा हो रहे हैं। बुधवार को भी करीब तीन हजार से ज्यादा नेपाली नागरिकों ने वतन वापसी के लिए भारत नेपाल सीमा पर जमकर हंगामा किया, जिसके पीछे कारण यह था कि नेपाल सरकार इन सभी को अपने वतन में आने की इजाजत नहीं दे रही थी।
इतनी बड़ी संख्या में नेपाली नागरिकों द्वारा किए जा रहे हंगामे के बाद खीरी जिला प्रशासन ने सरकार के निर्देशन में नेपाली अधिकारियों से बात कर गुरुवार को बड़ी संख्या में बसों की व्यवस्था कर नेपाली नागरिकों को उनके वतन भेज दिया। करीब तीन हजार में से अभी करीब 600 नेपाली नागरिक भारत के क्वॉरेंटाइन सेंटर में बचे हुए हैं। तहसील पलिया की एसडीएम पूजा यादव, तहसीलदार आशीष कुमार सिंह व सीओ राकेश नायक सहित जिला प्रशासन व खीरी पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी इस अभियान को अमलीजामा देने के लिए पूरा दिन लगे रहे। यह सिलसिला गुरुवार की शाम करीब पांच बजे थमा। जिसके बाद खीरी के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।