ब्राह्मण मुद्दे विपक्ष के प्रहारों से घिरी योगी सरकार कर सकती है मंत्रिपरिषद विस्तार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भले ही 2022 में चुनाव होना है लेकिन राजनीतिक दल अभी से तैयारी में जुट गए है। बीजेपी को रोकने के लिए अखिलेश अपनी पार्टी सपा को मजबूत करने के लिए कई बदलाव कर रहे हैं। उधर कांग्रेस भी अब पहले से यूपी में सक्रिय नजर आ रही है। दरअसल यूपी में कांग्रेस एकदम कमजोर हो चुकी है लेकिन प्रियंका गांधी की मौजूदगी की वजह से कांग्रेस अब यूपी में पहले से ज्यादा बेहतर नजर आ रही है।

यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी लगातार योगी सरकार को निशाने पर ले रहे हैं। इतना ही नहीं विपक्ष ब्राह्मण मुद्दे योगी सरकार पर लगातार हमला बोल रहा है।

इस वजह से योगी सरकार अब थोड़ी दबाव में नजर आ रही है। जानकारी के मुताबिक बीजेपी के कुनबे में अब बेचैनी बढ़ गई है। ऐसे में बहुत जल्द योगी सरकार कैबिनेट का विस्तार करने का कदम उठा सकती है।

सूत्र बता रहे हैं कि संभव है कि दो अक्टूबर से पहले यूपी कैबिनेट में फेरबदल किया जा सकता है। कैबिनेट में फेरबदल के पीछे सामाजिक संतुलन साधने की बात कही जा रही है। बता दें कि कोरोना की वजह से कमला रानी और चेतन चौहान का निधन हो गया था। इस वजह से उनके मंत्रालय खाली हो गए हैं। इसके अलावा मंत्रिमंडल में 4 सीट पहले से खाली हैं।

योगी सरकार का पिछले अगस्त में मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था। इस दौरान 23 मंत्रियों ने शपथ ली थी जिसमें 18 नए चेहरे को जगह दी गई थी। इस तरह से मौजूदा योगी कैबिनेट में 56 सदस्यीय मंत्रिपरिषद थी। हालांकि अब छह स्थान खाली है। ऐसे में छह नये लोगों को मौका दिया जा सकता है।

जानकारी यह भी मिल रही है कि योगी सरकार मंत्रिमंडल फेरबदल के जरिए ब्राह्मण समुदाय के कुछ लोगों को शामिल कर उन्हें राजनीतिक संदेश दे सकती है।

हालांकि पिछले साल कैबिनेट विस्तार में 6 ब्राह्मण चेहरे को योगी ने मौका दिया था। अब देखना होगा कि क्या योगी सरकार इस बार भी ब्राह्मण चेहरे को शामिल करती है या नहीं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here