लखनऊ। यूपी में ब्राह्मण वोट बैंक को लेकर खींचतान जारी है। बसपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मलेन के नाम पर ब्राह्मणों को एकजुट करने का अभियान चल रहा है। इसी मुद्दे पर मायावती के सांसद और योगी के मंत्री आमने सामने आ गए। संभल में बसपा सांसद गिरीश चंद्र बोले कि भाजपा अपना जनाधार खिसकने के डर से ब्राह्मण समाज को गुमराह कर रही है। जबकि पीलीभीत पहुंचे कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि मायावती राजनीति में जिंदा रहने के लिए ब्राह्मण सम्मलेन कर रही है।
वहीं आज बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा एटा और कासगंज में प्रबुद्ध वर्ग सम्मलेन में शामिल होंगे। जबकि संभल में 9 अगस्त को प्रबुद्ध वर्ग सम्मलेन का आयोजन किया जायेगा।
भाजपा की घोषणाएं चुनावी स्टंट: गिरीश चंद्र
संभल में 9 अगस्त को होने वाले बसपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे बसपा सांसद गिरीश चंद्र ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि ओबीसी और आर्थिक तौर पर पिछड़े सवर्णों को मेडिकल की पढ़ाई में आरक्षण की घोषणा भाजपा ने की है। जोकि पूरी तरह से चुनावी स्टंट है।
यह भी जुमला ही साबित होगा। गिरीश चंद्र ने कहा कि तिलक, तराजू और तलवार का नारा बसपा का बताकर सवर्णों में भ्रम फैलाया जा रहा है जबकि बीएसपी का यह नारा था ही नही बल्कि बसपा ने हाथी नहीं गणेश है ब्रह्मा विष्णु महेश है का नारा देकर सर्व समाज को सम्मान दिया था।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद बसपा ही प्रदेश की एक मात्र पार्टी है। जिसकी वजह से ब्राह्मण समाज के सर्वाधिक लोग एमएलए चुनकर विधानसभा में पहुंचे थे।
दलित समाज के लोग बीएसपी का साथ छोड़ चुके हैं: स्वामी प्रसाद मौर्य
कभी बसपा के बड़े नेता रहे और अब योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य सोमवार को पीलीभीत पहुंचे थे। जहां उन्होंने बसपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मलेन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दलित समाज के लोग बसपा का साथ छोड़ चुके हैं। ऐसे में अब राजनीति में जिंदा रहने के लिए बसपा मुखिया ब्राह्मणों को लुभाने के लिए ब्राह्मण सम्मेलन की नौटंकी कर रही हैं लेकिन ब्राह्मण सबसे बुद्धिजीवी वर्ग है। जो बसपा के झांसे में आने वाला नहीं है।
स्वामी प्रसाद मौर्य अपने तीन दिवसीय कार्यक्रम के तहत पीलीभीत पहुंचे हैं। जहां उन्होंने बेटियों को साइकिल वितरित की है।
एटा और कासगंज में है आज प्रबुद्ध वर्ग सम्मलेन
वहीँ बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा लगातार प्रबुद्ध वर्ग सम्मलेन करने में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में आज एटा और कासगंज में प्रबुद्ध वर्ग सम्मलेन का आयोजन किया गया है। दरअसल, बसपा 2007 की तर्ज पर सोशल इंजीनियरिंग के सहारे 2021 में सत्ता में आना चाहती है। यही वजह है चुनाव से कुछ महीने पहले उसने ब्राह्मण समाज को एकजुट करने के लिए प्रबुद्ध वर्ग सम्मलेन की शुरुआत की है।